वृद्धि संधि MCQ Quiz in मल्याळम - Objective Question with Answer for वृद्धि संधि - സൗജന്യ PDF ഡൗൺലോഡ് ചെയ്യുക
Last updated on Apr 19, 2025
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वृद्धि संधि Question 1:
निम्नांकित में वृद्धि संधि का उदाहरण है -
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 1 Detailed Solution
सही उत्तर 'सदैव' है।
- 'सदैव' शब्द वृद्धि संधि का उदाहरण है।
- 'सदैव' का संधि विच्छेद = सदा + एव।
- 'सदैव' शब्द में 'आ + ए = ऐ' का मेल हो रहा है इसलिए यहां वृद्धि संधि है।
- जब संधि करते समय अ, आ के साथ ए, ऐ हो तो 'ऐ' बनता है और जब अ, आ के साथ ओ, औ हो तो 'औ' बनता है, तो उसे वृद्धि संधि कहते हैं।
Key Points
अन्य विकल्पों का विश्लेषण
शब्द | संधि विच्छेद | संधि |
सर्वेक्षण | सर्व + ईक्षण | गुण स्वर संधि |
अभीप्सा | अभि + ईप्सा | दीर्घ स्वर संधि |
महोदय | महा + उदय | गुण स्वर संधि |
Important Points
संधि - दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं - |
|
स्वर संधि |
स्वर वर्ण के साथ स्वर वर्ण के मेल से विकार उत्पन्न होता है। जैसे – विद्या + अर्थी = विद्यार्थी, महा + ईश = महेश। |
व्यंजन संधि |
एक व्यंजन से दूसरे व्यंजन या स्वर के मेल से विकार उत्पन्न होता है। जैसे - अहम् + कार = अहंकार, उत् + लास = उल्लास। |
विसर्ग संधि |
विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन के मेल से विकार उत्पन्न होता है। जैसे – दुः + आत्मा =दुरात्मा, निः + कपट =निष्कपट। |
Additional Information
स्वर संधि के भेद:
दीर्घ स्वर संधि - दो सवर्ण, ह्रस्व या दीर्घ, स्वरों के मेल होने पर दीर्घ स्वर बन जाता है, जैसे – शिव + आलय (अ + आ) = शिवालय, गिरि + इन्द्र (इ + इ) = गिरीन्द्र। |
यण स्वर संधि - इ, ई, उ, ऊ या ऋ का मेल यदि असमान स्वर से हो तो इ, ई का 'य'; उ, ऊ का 'व' और ऋ का 'र' हो जाता है, जैसे - यदि + अपि (इ + अ) = यद्यपि, अनु + एषण = अन्वेषण। |
गुण स्वर संधि - अ, आ के साथ इ, ई का मेल होने पर 'ए'; उ, ऊ का मेल होने पर 'ओ'; तथा ऋ का मेल होने पर 'अर्' हो जाता है, जैसे – देव + इन्द्र (अ + इ) = देवेन्द्र |
वृद्धि स्वर संधि - अ, आ का मेल ए, ऐ के साथ होने पर 'ऐ' तथा ओ, औ के साथ होने पर 'औ' में परिवर्तित हो जाता है, जैसे – एक + एक (अ + ए) = एकैक, परम + ओजस्वी (अ + ओ) = परमौजस्वी। |
अयादि स्वर संधि- यदि ए, ऐ, ओ, औ के साथ कोई अन्य स्वर हो तो ए का अय, ऐ का आय, ओ का अव, औ का आव हो जाता है। |
वृद्धि संधि Question 2:
एक + एक = एकैक, इसमें कौनसी संधि है ?
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 2 Detailed Solution
- यहाँ पर एकैक में वृद्धि स्वर संधि हुई है। अतः वृद्धि स्वर संधि संगत विकल्प है, अन्य सभी विकल्प असंगत है।
Hint
- अ, आ का ए, ऐ से मेल होने पर ऐ तथा अ, आ का ओ, औ से मेल होने पर औ हो जाता है। इसे वृद्धि संधि कहते हैं।
- स्वर संधि की परिभाषा:
- जब आपस में दो स्वरों के मिलने से जो बदलाव होता है उसे हम स्वर संधि के नाम से जानते है।
- जैसे: विद्या +आलय =विद्यालय, देव+इन्द्र =देवेन्द्र।
- स्वर संधि की विशेष बात यह है कि इसका संधि कार्य स्वरों के बीच ही होता है
- जबकि व्यंजन संधि में व्यंजन और स्वर दोनों के बीच संधि कार्य हो सकता है।
- जैसे: वाक्+ईश =वागीश, अच्+आदि = अजादि।
- स्वर संधि के मुख्य पांच भेद है, उसी प्रकार व्यंजन संधि के भी कई प्रकार है।
वृद्धि संधि Question 3:
निम्न विकल्पों में से उस विकल्प का चयन करें जो दिए गए संधि शब्द के सही संधि-विच्छेद का विकल्प है।
लोकैषणा
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 3 Detailed Solution
लोकैषणा शब्द में 'लोक + एषणा' ये दो शब्द मिलकर लोकैषणा शब्द बना है, अतः 'लोक + एषणा' सही संधि विच्छेद होगा, इसमें वृद्धि संधि हुई है।
लोकैषणा शब्द का अर्थ - सामाजिक प्रतिष्ठा और यश की कामना। स्वर्ग सुख की कामना।
Key Points
- 'लोकैषणा' में वृद्धि संधि है।
- लोक + एषणा = लोकैषणा' यदि 'अ' या 'आ' के बाद ए या ऐ आये तो 'ऐ' होगा।
संधि |
परिभाषा |
उदाहरण |
वृद्धि संधि |
जब संधि करते समय जब अ , आ के साथ ए , ऐ हो तो ' ऐ ' बनता है और जब अ , आ के साथ ओ , औ हो तो ' औ ' बनता है। उसे वृधि संधि कहते हैं। |
सदा + एव = सदैव |
संधि - दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर, 2. व्यंजन और 3. विसर्ग, |
||
संधि |
परिभाषा |
उदाहरण |
स्वर |
स्वर वर्ण के साथ स्वर वर्ण के मेल से विकार उत्पन्न होता है। |
विद्या + अर्थी = विद्यार्थी महा + ईश = महेश |
व्यंजन |
एक व्यंजन से दूसरे व्यंजन या स्वर के मेल से विकार उत्पन्न होता है। |
अहम् + कार = अहंकार उत् + लास = उल्लास |
विसर्ग |
विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन के मेल से विकार उत्पन्न होता है। |
दुः + आत्मा = दुरात्मा निः + कपट = निष्कपट |
वृद्धि संधि Question 4:
मतैक्य शब्द का संधि विच्छेद क्या होगा?
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 4 Detailed Solution
सही उत्तर मत + ऐक्य है।
Key Points
- मतैक्य का उचित संधि विच्छेद मत + ऐक्य (अ + ऐ = ऐ)’ होगा।
- यह वृद्धि स्वर संधि का उदाहरण है।
- जब संधि करते समय जब अ, आ के साथ ए, ऐ हो तो 'ऐ' बनता है और जब अ, आ के साथ ओ, औ हो तो 'औ' बनता है, उसे वृद्धि संधि कहते हैं।
Additional Information
संधि - दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर 2. व्यंजन और 3. विसर्ग। |
||
संधि |
परिभाषा |
उदाहरण |
स्वर |
स्वर वर्ण के साथ स्वर वर्ण के मेल से विकार उत्पन्न होता है। |
विद्या + अर्थी = विद्यार्थी |
व्यंजन |
एक व्यंजन से दूसरे व्यंजन या स्वर के मेल से विकार उत्पन्न होता है। |
अहम् + कार = अहंकार |
विसर्ग |
विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन के मेल से विकार उत्पन्न होता है। |
दुः + आत्मा =दुरात्मा |
वृद्धि संधि Question 5:
'वित्त + ऐषणा' का संधि रूप क्या होगा?
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 5 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 ‘वित्तैषणा’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
Key Points
- दिए गए विकल्पों में से 'वित्त + ऐषणा (अ + ए)' का संधि रूप 'वित्तैषणा' है।
- यह वृद्धि संधि का उदाहरण है।
- वृद्धि संधि - अ, आ का ए, ऐ से मेल होने पर ऐ तथा अ, आ का ओ, औ से मेल होने पर औ हो जाता है। इसे वृद्धि संधि कहते हैं।
- वृद्धि संधि स्वर संधि का एक भेद है।
- अन्य विकल्प इसके त्रुटिपूर्ण उत्तर हैं।
Additional Information
संधि- दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर 2. व्यंजन और 3. विसर्ग। |
||
स्वर संधि |
दो स्वरों के मेल से उत्पन्न होने वाले विकार को स्वर संधि कहते हैं। इसके इसके पाँच भेद हैं- दीर्घ, गुण, वृद्धि, यण, अयादि। |
स्वार्थ = स्व + अर्थ |
व्यंजन संधि |
व्यंजन के बाद यदि किसी स्वर या व्यंजन के आने से उस व्यंजन में जो विकार / परिवर्तन उत्पन्न होता है वह व्यंजन संधि कहलाता है। |
दिग्गज = दिक् + गज |
विसर्ग संधि |
विसर्ग के साथ स्वर अथवा व्यंजन के मिलने से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे विसर्ग संधि कहते हैं। |
शिरोमणि = शिर: + मणि |
वृद्धि संधि Question 6:
मत + ऐक्य = _______
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 6 Detailed Solution
मत + ऐक्य = मतैक्य
- मत + ऐक्य = मतैक्य (अ + ऐ = ऐ) वृद्धि संधि
- मतैक्य- मतों या विचारों की एकता।
- अन्य सभी विकल्प में वर्तनी सम्बन्धित त्रुटि है।
Key Pointsवृद्धि संधि:-
- जब संधि करते समय जब (अ , आ) के साथ (ए , ऐ) हो तो ‘ऐ' बनता है,
- जब (अ , आ) के साथ (ओ , औ) हो तो ‘औ' बनता है। उसे वृद्धि संधि कहते हैं।
उदाहरण-
- सदा + एव = सदैव (आ + ए = ऐ)
- एक + एक = एकैक (अ + ए = ऐ)
- महा + औदार्य = महौदार्य (आ + औ = औ)
- परम + औषध = परमौषध (अ + औ = औ)
वृद्धि संधि Question 7:
'महैश्वर्य' का संधि विच्छेद क्या होगा?
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 7 Detailed Solution
दिए गए सभी विकल्पों में सही उत्तर ‘महा + ऐश्वर्य’ है।
Key Points
दिए गए विकल्पों में से 'महैश्वर्य' का उचित संधि विच्छेद 'महा + ऐश्वर्य (आ + ऐ = ऐ)' है।
- यह वृद्धि संधि का उदाहरण है जो स्वर संधि का एक भेद है।
- जब संधि करते समय जब अ, आ के साथ ए, ऐ हो तो 'ऐ' बनता है और जब अ, आ के साथ ओ, औ हो तो 'औ' बनता है। उसे वृद्धि संधि कहते हैं।
- स्वर संधि के पाँच भेद हैं -
- गुण संधि
- दीर्घ संधि
- वृद्धि संधि
- यण संधि
- अयादि संधि
Additional Information
संधि - दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर 2. व्यंजन और 3. विसर्ग। |
||
स्वर संधि |
दो स्वरों के मेल से उत्पन्न होने वाले विकार को स्वर संधि कहते हैं। इसके इसके पाँच भेद हैं- दीर्घ, गुण, वृद्धि, यण, अयादि। |
स्वार्थ = स्व + अर्थ |
व्यंजन संधि |
व्यंजन के बाद यदि किसी स्वर या व्यंजन के आने से उस व्यंजन में जो विकार / परिवर्तन उत्पन्न होता है वह व्यंजन संधि कहलाता है। |
दिग्गज = दिक् + गज |
विसर्ग संधि |
विसर्ग के साथ स्वर अथवा व्यंजन के मिलने से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे विसर्ग संधि कहते हैं। |
शिरोमणि = शिर: + मणि |
वृद्धि संधि Question 8:
किस सन्धि में ‘अ’ के बाद 'ए' अथवा 'ऐ' आने पर 'ऐ' होता है ?
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 8 Detailed Solution
''वृद्धि सन्धि'' में ‘अ’ के बाद 'ए' अथवा 'ऐ' आने पर 'ऐ' होता है। अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
संधि | परिभाषा | उदाहरण |
वृद्धि सन्धि | अ, आ का ए, ऐ से मेल होने पर ऐ तथा अ, आ का ओ, औ से मेल होने पर औ हो जाता है। इसे वृद्धि संधि कहते हैं। | अ + ऐ = ऐ मत + ऐक्य = मतैक्य |
Important Pointsअन्य विकल्प-
संधि | परिभाषा | उदाहरण |
दीर्घ | ह्रस्व या दीर्घ अ, इ, उ के बाद यदि ह्रस्व या दीर्घ अ, इ, उ आ जाएँ तो दोनों मिलकर दीर्घ आ, ई और ऊ हो जाते हैं। | आ + अ = आ --> विद्या + अर्थी = विद्यार्थी |
गुण | इसमें अ, आ के आगे इ, ई हो तो ए ; उ, ऊ हो तो ओ तथा ऋ हो तो अर् हो जाता है। इसे गुण-संधि कहते हैं। | अ + ई = ए ; नर + ईश= नरेश |
यण | जब 'इ, ई, उ, ऊ, ऋ' स्वर के आगे कोई अलग स्वर आता है, तो ये क्रमश: 'य, व, र, ल्' में परिवर्तित हो जाते है, इस परिवर्तन को ही 'यण संधि' कहते है। | इ + अ = य् + अ ; यदि + अपि = यद्यपि |
Additional Information
संधि- दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते है। संधि के तीन प्रकार हैं- |
स्वर संधि |
स्वर वर्ण के साथ स्वर वर्ण के मेल से विकार उत्पन्न होता है। जैसे- विद्या +अर्थी = विद्यार्थी, महा + ईश = महेश। |
व्यंजन संधि |
एक व्यंजन से दूसरे व्यंजन या स्वर के मेल से विकार उत्पन्न होता है। जैसे- अहम् + कार = अहंकार, उत् + लास = उल्लास। |
विसर्ग संधि |
विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन के मेल से विकार उत्पन्न होता है। जैसे - दु: + आत्मा = दुरात्मा, नि: + कपट = निष्कपट। |
वृद्धि संधि Question 9:
'सदैव' के लिए सही संधि विच्छेद को चुनिए।
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 9 Detailed Solution
सही उत्तर है - ‘सदा + एव’।
- ‘सदैव’ का सही संधि-विच्छेद सदा + एव है।
- ‘सदैव’ में वृद्धि संधि है।
- ‘सदैव’ शब्द का उचित संधि विच्छेद ‘सदा + एव (आ + ए = ऐ)’ होगा।
- जब संधि करते समय जब अ, आ के साथ ए, ऐ हो तो ’ऐ’ बनता है और जब अ, आ के साथ ओ, औ हो तो ‘औ’ बनता है।
उसे वृधि संधि कहते हैं।
अन्य उदाहरण :
- महा + ऐश्वर्य : महैश्वर्य (आ + ऐ = ऐ)
- महा + ओजस्वी : महौजस्वी (आ + ओ = औ)
सन्धि :
- दो या अधिक वर्णों के पास-पास आने के परिणामस्वरूप जो विकार उत्पन्न होता है उसे सन्धि कहते हैं।
- मुख्य रूप से संधि के तीन प्रकार होते है:-
- स्वर संधि
- व्यंजन संधि
- विसर्ग संधि
वृद्धि संधि Question 10:
‘एकैक’ शब्द में कौन-सी संधि है?
Answer (Detailed Solution Below)
वृद्धि संधि Question 10 Detailed Solution
एकैक शब्द का सही संधि विच्छेद होगा एक + एक जिसमें वृद्धि संधि है, अत: सही विकल्प 2 वृद्धि संधि होगा|
एक + एक (अ + ए) = एकैक
Key Points
संधि |
परिभाषा व उदहारण |
वृद्धि |
अ, आ का मेल ए, ऐ के साथ होने पर 'ऐ' तथा ओ, औ के साथ होने पर 'औ' में परिवर्तित हो जाता है। जैसे – एक + एक (अ + ए) = एकैक, परम + ओजस्वी (अ + ओ) = परमौजस्वी। |
गुण |
अ, आ के साथ इ, ई का मेल होने पर 'ए'; उ, ऊ का मेल होने पर 'ओ'; तथा ऋ का मेल होने पर 'अर्' हो जाता है। जैसे – देव + इन्द्र (अ + इ) = देवेन्द्र, देव + ऋषि (अ + ऋ) = देवर्षि। |
अयादि |
ए, ऐ तथा ओ, औ का मेल किसी अन्य स्वर के साथ होने से क्रमशः ए का अय्, ऐ का आय, ओ का अव् तथा औ का आव् हो जाता है। जैसे – ने + अन (ए + अ) = नयन, गै + अक (ऐ + अ) = गायक। |