Question
Download Solution PDFएक शिक्षिका अपनी कक्षा में सृजनात्मक विद्यार्थियों की पहचान कैसे कर सकती है?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFएक शिक्षिका अपनी कक्षा में सृजनात्मक विद्यार्थियों की उनके मौलिक चिंतन करने के आधार पर पहचान कर सकती है।
सृजनात्मकता - यह हमें नवाचारों के साथ समस्या को अधिक खुले तौर पर देखने और हल करने में मदद करती है। यह मस्तिष्क का विकास करती है।
जब विद्यार्थी एक मौलिक चिंतन विकसित करता है, तो वह अलग-अलग विचारों के साथ एक ही समस्या का सामना कर रहा होता है। इससे बच्चे में सृजनात्मकता का विकास होता है।
Key Points
अभिसारी चिंतन- जब समस्या का समाधान स्थापित नियमों और तार्किक तर्क से ही निकाला जा सकता है।
उदाहरण- बहु विकल्पीय (MCQ) प्रकार के परीक्षण सोचने की अनुमति नहीं देते हैं, यह तथ्य को याद रखने पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं।
अपसारी चिंतन- यह निर्धारित तरीके से विचारों को विकसित करने और स्मृति को कंठस्थ करने में मदद करता है। यह एक ही समस्या के बारे में कई प्रकार से सोचने में मदद करता है।
उदाहरण- ब्लॉकों के समूह को गिरा देना (ढेर करना) और उन्हें उस ब्लॉक के साथ हर बार एक अलग संरचना बनाने के लिए कहना।
Additional Informationसमकक्षियों के बीच उनकी प्रसिद्धि को आंककर- इसका सृजनात्मकता से कोई सीधा संबंध नहीं है क्योंकि समकक्षियों के बीच लोकप्रिय होने के कई कारण हैं। जैसे ऐसा विद्यार्थी खेलकूद में अच्छा हो सकता है।
उनके सरल व प्रत्यास्मरण आधारित क्रियाकलापों के चुनाव के आधार पर- इससे पता चलता है कि विद्यार्थी कंठस्थ करने की स्मृति पर निर्भर है, वह सरल कार्य का चयन करता है जिसे कंठस्थ करना आसान है, इससे सृजनात्मकता विकसित नहीं होती है क्योंकि वह समस्याओं के लिए विचारों का उपयोग नहीं कर रहा है।
Hintअभिसारी चिंतन एकरूपता विकसित करने में मदद करता है।
अपसारी चिंतन सृजनात्मकता को विकसित करने में मदद करता है।
Last updated on Apr 30, 2025
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