Question
Download Solution PDFइनमें से कौन सा विकल्प समास और उसके उदाहरण की दृष्टि से सुमेलित नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर 'संबंध तत्पुरुष – जितेन्द्रिय' है।
- दिए गए विकल्पों में 'संबंध समास' और उसके उदाहरण की दृष्टि से 'जितेन्द्रिय' सुमेलित नहीं है।
- 'जितेन्द्रिय' शब्द में बहुव्रीहि समास है।
- 'जितेन्द्रिय' का समास विग्रह होगा 'जिसने सारी इंद्रियों को जीत लिया है वह जितेंद्रिय यानी कि भगवान बुद्ध'।
Key Points
अन्य विकल्पों का समास विग्रह :
- परमाणु: परम है जो अणु। कर्मधारय समास
- चौसठ: साठ और चार। द्वंद्व समास
- चक्रपाणि" चक्र है पाणि में जिसके। - बहुब्रीहि
सम्बन्ध तत्पुरुष में दो पदों के बीच में सम्बन्ध कारक छिपा होता है। सम्बन्ध कारक के चिन्ह या विभक्ति ‘का’, ‘के’, ‘की’ होती हैं।
उदाहरण: जलधारा-जल की धारा।
सम्बन्ध तत्पुरुष, तत्पुरुष समास का एक प्रकार है।
Confusion Points विशेष- 1 से 10 तक तथा ऐसी संख्याएँ जिनके अन्त में शून्य (0) एवं नौ ( 9 ) आ जाएँ वहाँ द्वन्द्व समास नहीं होता है। यथा- एक, दो, तीन, चार, पाँच, छह, सात, आठ,
नौ, दस, उन्नीस, बीस, उनतीस, तीस, उनतालीस, चालीस, उनचास, पचास, उनसठ,साठ, उनहत्तर, सत्तर, उन्नासी, अस्सी, नवासी, नब्बे, निन्नानबे, सौ। इन संख्याओं को
छोड़कर अन्य सब संख्यावाचक शब्दों में द्वन्द्व समास होता है। विग्रह करते समय छोटी संख्या को पहले लिखकर उनके साथ 'और' जोड़ दिया जाता है। यथा-
- पच्चीस पाँच और बीस
- चौसठ - चार और साठ
- अड़सठ - आठ और साठ
- छियासी - छह और अस्सी
Additional Information
- समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र
- समास के छःप्रकार हैं-
समास का नाम |
परिभाषा |
उदाहरण |
तत्पुरुष समास |
जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो। |
धर्म का ग्रन्थ |
बहुव्रीहि समास |
जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। |
जो महान वीर है |
कर्मधारय समास |
जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो, पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं। |
कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव। |
द्विगु समास |
जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो। |
दो पहरों का समूह |
अव्यययीभाव समास |
जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। |
प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक |
द्वंद्व समास |
द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय "और, अथवा, या, एवं" आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है। |
माता- पिता = माता और पिता, हाँ- न = हाँ या न |
Last updated on Jul 18, 2025
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