हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ MCQ Quiz - Objective Question with Answer for हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ - Download Free PDF
Last updated on Jul 3, 2025
Latest हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ MCQ Objective Questions
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 1:
'हिम किरीटिनी' के रचयिता का नाम है:
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 1 Detailed Solution
'हिम किरीटिनी' के रचयिता का नाम है: माखनलाल चतुर्वेदी
Key Pointsहिम किरीटिनी-
- रचनाकार- माखनलाल चतुर्वेदी
- प्रकाशन वर्ष- 1943 ई.
- विधा- कविता
- विषय -
- इसमें मुख्यतः प्रेम, प्रकृति और देशभक्ति जैसे विषयों पर कविताएँ हैं।
Important Pointsमाखनलाल चतुर्वेदी-
- (4 अप्रैल 1889-30 जनवरी 1968)
- भारत के ख्यातिप्राप्त कवि, लेखक और पत्रकार थे।
- काव्य कृतियाँ-
- 'कृष्णार्जुन युद्ध' (1918 ई.),
- 'साहित्य देवता' (1942 ई.),
- 'हिमतरंगिनी' (1949 ई.),
- 'माता' (1952 ई.)
- 'वेणु लो गूंजे धरा' (1969ई.)
- बीजुरी काजल आँज रही ।
Additional Information
रचनाकार | काव्य |
रामधारी सिंह 'दिनकर' | प्रणभंग (1929), हुंकार (1938), रसवन्ती (1939), द्वंद्वगीत (1940), कुरुक्षेत्र (1946), यशोधरा (1946), रश्मिरथी (1952), उर्वशी (1961) आदि। |
दुष्यन्त कुमार | सूर्य का स्वागत, आवाज़ों के घेरे, जलते हुए वन का वसंत आदि। |
भवानीप्रसाद मिश्र | गीत फरोश, चकित है दुख, गान्धी पंचशती, बुनी हुई रस्सी, खुशबू के शिलालेख, त्रिकाल सन्ध्या, व्यक्तिगत, परिवर्तन जिए, अनाम तुम आते हो आदि। |
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 2:
'विनयपत्रिका' किसकी रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 2 Detailed Solution
'विनयपत्रिका' तुलसीदास द्वारा रचित रचना है। अत: सही उत्तर विकल्प 1 तुलसीदास है।
Key Points
- विनयपत्रिका तुलसीदास रचित एक ग्रंथ है।
- यह ब्रज भाषा में रचित है। विनय पत्रिका में विनय के पद है।
- विनयपत्रिका का एक नाम राम विनयावली भी है।
- विनय पत्रिका में 21 रागों का प्रयोग हुआ है। विनय पत्रिका का प्रमुख रस शांतरस है तथा इस रस का स्थाई भाव निर्वेद होता है।
- विनय प्रत्रिका अध्यात्मिक जीवन को परिलक्षित करती है। इस में सम्मलित पदों की संख्या 279 है।
अन्य विकल्प-
रचनाकार |
परिचय |
प्रमुख रचनाएँ |
कबीरदास |
भारत के महान संत और आध्यात्मिक कवि कबीर दास का जन्म वर्ष 1440 में हुआ था। इस्लाम के अनुसार ‘कबीर’ का अर्थ महान होता है। संत कबीरदास हिंदी साहित्य के भक्ति काल के इकलौते ऐसे कवि हैं, जो आजीवन समाज और लोगों के बीच व्याप्त आडंबरों पर कुठाराघात करते रहे। वह कर्म प्रधान समाज के पैरोकार थे और इसकी झलक उनकी रचनाओं में साफ़ झलकती है। लोक कल्याण हेतु ही मानो उनका समस्त जीवन था। |
बीजक, साखी, सबद और रमैनी |
सूरदास |
सूरदास हिन्दी के भक्तिकाल के महान कवि थे। हिन्दी साहित्य में भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य उपासक और ब्रजभाषा के श्रेष्ठ कवि महात्मा सूरदास हिंदी साहित्य के [सूर्य] माने जाते हैं। |
सूरसागर, सूरसारावली, साहित्य-लहरी, नल-दमयन्ती, ब्याहलो आदि। |
मलूकदास |
मलूकदास का जन्म 'लाला सुंदरदास खत्री' के घर वैशाख कृष्ण 5, संवत् 1631 में कड़ा, जिला इलाहाबाद में हुआ। इनकी मृत्यु 108 वर्ष की अवस्था में संवत् 1739 में हुई। ये औरंगजेब के समय में दिल के अंदर खोजने वाले 'निर्गुण मत' के नामी संतों में हुए हैं और इनकी गद्दियाँ कड़ा, जयपुर, गुजरात, मुलतान, पटना, नेपाल और काबुल तक में क़ायम हुईं। इनके संबंध में बहुत से चमत्कार या करामातें प्रसिद्ध हैं। |
ज्ञानबोध और रत्नखान |
Additional Information
तुलसीदास का परिचय-
- गोस्वामी तुलसीदास (1511 - 1623) हिंदी साहित्य के महान कवि थे। इन्हें आदि काव्य रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि का अवतार भी माना जाता है।
- श्रीरामचरितमानस का कथानक रामायण से लिया गया है। रामचरितमानस लोक ग्रन्थ है और इसे उत्तर भारत में बड़े भक्तिभाव से पढ़ा जाता है।
- इसके बाद विनय पत्रिका उनका एक अन्य महत्त्वपूर्ण काव्य है। महाकाव्य श्रीरामचरितमानस को विश्व के 100 सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय काव्यों में 46वाँ स्थान दिया गया।
- रचनाएँ - रामललानहछू(1582), वैराग्यसंदीपनी(1612), रामाज्ञाप्रश्न(1612), जानकी-मंगल(1582), रामचरितमानस(1574), सतसई, पार्वती-मंगल(1582), गीतावली(1571), विनय-पत्रिका(1582), कृष्ण-गीतावली(1571), बरवै रामायण(1612), दोहावली(1583) और कवितावली(1612) आदि।
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 3:
'विनय पत्रिका ' किस कवि की रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 3 Detailed Solution
सही उत्तर 'तुलसीदास' है।
- विनयपत्रिका तुलसीदास रचित एक ग्रंथ है। यह ब्रज भाषा में रचित है।
Key Points
- तुलसीदास जी भक्तिकालीन सगुण काव्यधारा की रामकाव्य धारा के सर्वश्रेष्ठ कवि माने जाते रहे। तुलसीदास के द्वारा ही बनारस के प्रसिद्ध संकट मोचन मंदिर की स्थापना हुई।
- रामचरितमानस इनका प्रसिद्ध गौरव ग्रन्थ है। इन्हें आदि काव्य रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि का अवतार भी माना जाता है।
- महाकाव्य श्रीरामचरितमानस को विश्व के 100 सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय काव्यों में 46वाँ स्थान दिया गया।
- तुलसीदास जी की प्रमुख रचनाएँ - श्रीरामचरितमानस, जानकी-मंगल, रामललानहछू, बरवै रामायण, जानकी-मंगल, पार्वती मंगल आदि।
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 4:
कौन-सी रचना तुलसीदासजी की नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 4 Detailed Solution
दोहावली, दोहावली तथा रामचरित मानस तुलसीदासजी की रचनाएँ हैं जबकि यामा रचना महादेवी वर्मा की रचना है, अत: विकल्प 4 सही है
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 5:
निम्नलिखित में से 'पद्मावत' रचना है :
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 5 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 3 ‘जायसी’ है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं।
Key Points
- दिए गए विकल्पों में से 'पद्मावत' जायसी की रचना है।
- हिन्दी साहित्य के भक्ति काल की निर्गुण प्रेमाश्रयी धारा के कवि थे।
- जायसी की अन्य रचनाएँ हैं - अखरावट, आखिरी कलाम, कहरनामा, मटकावट, मसलनामा चित्ररेखा आदि।
Additional Information
- सूरदास - सूरसागर, सूरसारावली, साहित्य-लहरी, नल-दमयन्ती, ब्याहलो आदि
- तुलसीदास - रामचरितमानस, रामललानहछू, वैराग्य-संदीपनी, बरवै रामायण, पार्वती-मंगल, जानकी-मंगल, रामाज्ञाप्रश्न, दोहावली,कवितवाली,संकटमोचन।
- बिहारी - बिहारी सतसई
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“लज्जा” किस लेखक/लेखिका की कृति है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDFतस्लीमा नसरीन, यहाँ सही विकल्प है, अन्य विकल्प असंगत है।
- लज्जा 1993 में प्रकाशित एक बांग्ला उपन्यास है। अत: सही विकल्प 1 तस्लीमा नसरीन है।
Additional Information
अन्य रचनकारों की प्रमुख रचनाएँ-
यशपाल |
झूठा सच, मेरी तेरी उसकी बात, दादा कॉमरेड, फूलो का कुर्ता आदि| |
तस्लीमा नसरीन |
लज्जा, अमार मेयबाला आदि| |
कन्हैया लाल |
लोपामुद्रा, लोह मर्शिनी |
जैनेन्द्र कुमार |
परख, सुनीता, त्यागपत्र, कल्याणी आदि। |
इनमें से कौन सी गजानन माधव मुक्तिबोध जी द्वारा रचित रचना नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFअँधा युग गजानन माधव मुक्तिबोध जी द्वारा रचित रचना नहीं है। अन्य विकल्प असंगत है ।अतः सही उत्तर विकल्प 1 " अँधा युग" होगा ।
Key Points
गजानन माधव मुक्तिबोध जी द्वारा रचित रचना:
कविता संग्रह |
चाँद का मुँह टेढ़ा है, भूरी भूरी खाक धूल |
कहानी संग्रह |
काठ का सपना, विपात्र, सतह से उठता आदमी |
आलोचना |
कामायनी : एक पुनर्विचार, नई कविता का आत्मसंघर्ष, नए साहित्य का सौंदर्यशास्त्र |
अन्य विकल्प :
रचना: |
रचनाकार |
अँधा युग |
धर्मवीर भारती |
Additional Information
धर्मवीर भारती द्वारा रचित रचना
कहानी संग्रह |
मुर्दों का गाँव, स्वर्ग और पृथ्वी, चाँद और टूटे हुए लोग, बंद गली का आखिरी मकान, |
काव्य रचनाएं |
ठंडा लोहा, सात गीत वर्ष, कनुप्रिया, सपना अभी भी |
उपन्यास |
गुनाहों का देवता, सूरज का सातवां घोड़ा, ग्यारह सपनों का देश, प्रारंभ व समापन |
निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस सही विकल्प का चयन करें जो बताता है कि- सत्यार्थ प्रकाश उपन्यास के लेखक का नाम क्या है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFसत्यार्थ प्रकाश उपन्यास के लेखक का नाम दयानन्द सरस्वती है। अन्य विकल्प असंगत है ।अतः सही उत्तर विकल्प 1 दयानन्द सरस्वती होगा ।
सत्यार्थ प्रकाश आर्य समाज का प्रमुख ग्रन्थ है जिसकी रचना महर्षि दयानन्द सरस्वती ने 1875 ई में हिन्दी में की थी। ग्रन्थ की रचना का कार्य स्वामी जी ने उदयपुर में किया। लेखन-स्थल पर वर्तमान में सत्यार्थ प्रकाश भवन बना है। |
अन्य विकल्प :
रचनाकार |
रचना |
हर्ष वर्धन |
नागानन्द, रत्नावली और प्रियदर्शिका |
अरबिंदो घोष |
दिव्य जीवन, द मदर, लेटर्स आन् योगा, सावित्री, योग समन्वय, फ्यूचर पोयट्री |
भवभूति |
महावीरचरितम् , उत्तररामचरितम् , मालतीमाधव |
'देवदास' उपन्यास पर तीन बार फिल्म बन चुकी है। उपन्यासकार का क्या नाम है।
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDF'देवदास' उपन्यास के उपन्यासकार शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय है इसलिए सही उत्तर विकल्प 2 शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय है।
- प्रकाशन वर्ष - 1917ई.
- रचनाकार - शरत चन्द्र चट्टोपाध्याय
- पात्र - देवदास, पारो,चंद्रमुखी, भोलानाथ, नारायण मुखर्जी, नीलकंठ, धर्मदास, मनोरमा, हरिमति, भुवन चौधरी, महेन्द्रदास,यशोदा।
Key Points शरत चन्द्र चट्टोपाध्याय-
- जन्म- 1876-1938ई.
- शरत चन्द्र चट्टोपाध्याय बांग्ला भाषा के प्रसिद्ध साहित्यकार थे।
- इनकी सर्वाधिक कृतियाँ गाँव के लोगों के जीवन शैली, उनके संघर्ष एवं उनके द्वारा झेले गये संकट पर आधारित है।
- प्रमुख उपन्यास-
- बड़दिदि-1913 ई.
- बिराजबौ-1914 ई.
- परिणीता-1914 ई.
- बैकुन्ठेर उइल- 1915ई.
- पल्लीसमाज-1916 ई.
- चन्द्रनाथ-1916ई.
- अरक्षणीया-1916ई.
- पन्डितमशाइ-1917 ई. आदि।
सन 2001 में कथाकार संजीव को उनकी किस रचना के लिए इंदू शर्मा अंतर्राष्ट्रीय कथा सम्नान, लंदन दिया गया।
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDFजंगल जहाँ शुरू होता है, यहाँ सही विकल्प है। अन्य विकल्प असंगत है।
सन 2001 में कथाकार संजीव को उनकी “जंगल जहाँ शुरू होता है” रचना के लिए इंदू शर्मा अंतर्राष्ट्रीय कथा सम्नान, लंदन दिया गया। अत: प्रश्नानुसार सही विकल्प 1"जंगल जहां शुरू होता है" है।
- यह जंगल और जनजातियों पर आधारित एक रचना है।
- यह उपन्यास विधा में लिखी हुई रचना है।
अन्य रचनाएँ-
- ऑपरेशन जोनाकी- नाटक - संजीव
'कविप्रिया' के रचनाकार है -
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDF'कविप्रिया' के रचनाकार है - केशवदास अन्य सभी विकल्प असंगत है।
Key Points
- कविप्रिया (1601 ई.) रीति काल के प्रसिद्ध कवि केशवदास द्वारा लिखा गया ग्रंथ है।
- अपने इस ग्रंथ में केशव ने 'अलंकार' शब्द को उसी व्यापक अर्थ में ग्रहण किया है, जैसे दण्डी, वामन आदि आचार्यों ने।
- कविप्रिया कविजनों का मार्गदर्शक ग्रंथ कहा जा सकता है। इसमें कवि-कर्त्तव्यों तथा अलंकारों का विवेचन है।
Important Pointsकेशवदास-
- जन्म - 1555 - 1617 ई.
- हिन्दी के प्रसिद्ध रीतिकालीन कवि थे,
- जिनका समय भक्ति काल के अंतर्गत पड़ता है।
- मुख्य रचनाएँ -
- रसिकप्रिया (1591 ई.)
- कविप्रिया' और 'रामचन्द्रिका (1601 ई.)
- विज्ञानगीता (1610 ई.)
- जहाँगीरजसचन्द्रिका (1612 ई.)
Additional Informationबिहारी लाल -
- जन्म - 1595 - 1663 ई.
- बिहारीलाल चौबे या बिहारी हिंदी के रीति काल के प्रसिद्ध कवि थे।
- मुख्य रचनाएँ -
- बिहारी सतसई
मलिक मुहम्मद जायसी -
- जन्म- 1397-1494 ई.
- भक्तिकाल की निर्गुण प्रेमाश्रयी शाखा व मलिक वंश के कवि है।
- जायसी अत्यंत उच्चकोटि के सरल और उदार सूफ़ी महात्मा थे।
- मुख्य रचनाएँ-
- पद्मावत
- अखरावट
- आख़िरी कलाम
- चित्ररेखा
- कहरानामा आदि।
भूषण -
- जन्म- 1613-1715 ई.
- रीतिकाल के तीन प्रमुख हिन्दी कवियों में से एक हैं।
- मुख्य रचनाएँ-
- शिवराज भूषण
- शिवा बावनी
- छत्रसाल दशक
सतरहवें ‘रमाकांत स्मृति कहानी पुरस्कार’ से किसे सम्मानित किया गया था।
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDFइंद्रा डांगी, यहाँ सही विकल्प है। अन्य विकल्प असंगत है।
सतरहवें ‘रमाकांत स्मृति कहानाी पुरस्कार’ से इंद्रा डांगी सम्मानित किया गया था। अत: सही विकल्प 1 'इंद्रा डांगी' है।
अन्य विशेष
- इंद्रा डांगी जी को अपनी कहानी इमरान साहब के लिए यह पुरस्कार दिया गया था।
- वर्ष 2013 में यह सम्मान प्राप्त हुआ।
- इंद्रा डांगी के ने रचनाएँ- बोतल का पानी, लीप सेकेण्ड
Mistake Points रमाकांत स्मृति कहानी पुरस्कार
- रमाकांत छठे दशक के महत्वपूर्ण कथाकारों में से एक हैं. दो दिसम्बर १1932 को जन्मे इस कथाकार के चर्चित कहानी संग्रह हैं- कार्लो हब्शी का संदूक, जिन्दगी भर का झूठ, उसकी लड़ाई, एक विपरीत कथा और कोई और बात. रमाकांत के महत्वपूर्ण उपन्यास हैं जुलूस वाला आदमी, छोटे छोटे महायुद्ध, उपसंस्कार, खोयी हुयी आवाज़, तीसरा देश, दरवाज़े पर आग, समाधान, टूटते जुड़ते स्वर, बिस्तर और आकाश. सोवियत भूमि के सम्पादक रहे रमाकांत को सोवियत लैंड नेहरू सम्मान तो मिला ही, नेल्सन मंडेला के भारत आने पर उनकी कहानी 'कार्लो हब्शी का संदूक' का भीष्म साहनी द्वारा किया गया अनुवाद उन्हें भेंट किया गया था. "क्रासाद" नामक पाक्षिक का सम्पादन और अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए चर्चित रमाकांत युवा रचनाकारों को सदा प्रोत्साहित करते रहे. उनका निधन 06 दिसम्बर 1991 को दिल्ली में हआ.
हिन्दी साहित्य अकादमी की ओर से हर वर्ष शलाका सम्मान पुरस्कार किस क्षेत्र को दिया जाता है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDFहिन्दी साहित्य अकादमी की ओर से हर वर्ष शलाका सम्मान पुरस्कार हिंदी को नई दिशा प्रदान करने के लिए क्षेत्र को दिया जाता है। अन्य विकल्प असंगत है ।अतः सही उत्तर विकल्प 4 हिंदी को नई दिशा प्रदान करने के लिए होगा ।
Key Points
शलाका सम्मान हिंदी अकादमी को ओर से दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। हिन्दी जगत में सशक्त हस्ताक्षर के रूप में विख्यात तथा हिन्दी भाषा और साहित्य के क्षेत्र में समर्पित भाव से काम करने वाले मनीषी विद्वानों, हिन्दी के विकास तथा संवर्धन में सतत संलग्न कलम के धनी, मानव मन के चितरों तथा मूर्धन्य साहित्यकारों के प्रति अपने आदर और सम्मान की भावना को व्यक्त करने के लिए हिन्दी अकादमी प्रतिवर्ष एक श्रेष्ठतम साहित्यकार को शलाका सम्मान से सम्मानित करती है। |
Additional Information अन्य विकल्प :
क्षेत्र |
सम्मान |
खेलकूद |
राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार , अर्जुन पुरस्कार , ध्यानचंद पुरस्कार |
तकनीकी |
एमएसएमई अवार्ड्स, गांधी युवा तकनीकी नवाचार पुरस्कार |
निम्नलिखित कवियों में से गांधीजी ने किस कवि को राष्ट्रकवि का सम्मान दिया?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDFमैथिलीशरण गुप्त को गांधीजी ने राष्ट्रकवि का सम्मान दिया है, अत: विकल्प 3 मैथिलीशरण गुप्त सही है |
Key Points
- गांधीजी ने मैथिलीशरण गुप्त को राष्ट्रकवि का सम्मान दिया था।
- गांधीजी ने गुप्त की कविता "भारत-भारती" को पढ़कर उन्हें राष्ट्रकवि का सम्मान दिया था।
- "भारत-भारती" कविता में गुप्त ने भारतीय संस्कृति और राष्ट्रवाद की भावनाओं को बहुत ही सुंदरता से व्यक्त किया है।
- इस कविता ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- अन्य कवियों में, महादेवी वर्मा, जयशंकर प्रसाद और सुमित्रानंदन पंत भी महान कवि थे, लेकिन इनमें से किसी को भी गांधीजी ने राष्ट्रकवि का सम्मान नहीं दिया था।
खड़ी बोली हिंदी में रचना करने वाला प्रथम किसे माना जाता है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी रचनानाकर और उनकी रचनाएँ Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर 'अमीर खुसरो' है।
Key Points
- खड़ी बोली हिंदी में रचना करने वाला प्रथम 'अमीर खुसरो' को माना जाता है।
- अमीर खुसरो - अमीर खुसरो प्रथम मुस्लिम कवि थे जिन्होंने हिंदी शब्दों का खुलकर प्रयोग किया है I वह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने हिंदी, हिन्दवी और फारसी में एक साथ लिखा I उन्हे खड़ी बोली के आविष्कार का श्रेय दिया जाता है I
अन्य विकल्प-
- ‘तुलसीदास जी’ ने अवधि भाषा में रचनाएँ की हैंI
- ‘मल्लिक मुहम्मद जायसी’ की रचना अवधि में हैI
- 'चंद वरदाई' की रचनाएँ अवहट्ट में हैं।