Question
Download Solution PDF'सजल नीरद सी कलाकांति थी' पंक्ति के रेखांकित अंश में अलंकार है:
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDF- 'सजल नीरद सी कलाकान्ति थी' पंक्ति में रेखान्कित अंश में 'उपमा' अलंकार है।
- अतः 'उपमा' अलंकार संगत विकल्प है। अन्य सभी विकल्प असंगत है।
- अलंकार का शाब्दिक अर्थ है- 'आभूषण'
- जिस प्रकार सोने के आभूषण से व्यक्ति के शरीर की शोभा बढ़ती है। उसी प्रकार काव्य अलंकारों से काव्य की।
- अलंकार के तीन प्रकार
- शब्दालंकार
- अर्थालंकार
- आधुनिक /पाश्चात्य अलंकार
अलंकार | पहचान | उदाहारण |
उपमा | उपमा के चार अंग उपमेय - जिसकी उपमा दी जाय। उपमान- जिससे उपमा दी जाय। समान धर्म -उपमेय और उपमान में पाया जाने वाला समान गुण सादृश्य वाचक शब्द- उपमेय और उपमान की समानता बताने वाला शब्द (सा,ऐसा,जैसा,ज्यो,सदृश,समान) |
मुख चन्द्र सा सुन्दर है। मुख-उपमेय चन्द्र-उपमान समान धर्म-सुन्दरता सादृश्य वाचक शब्द -सा |
Important Points
रूपक |
जहाँ गुण की अत्यंत समानता के कारण उपमेय में ही उपमान का अभेद आरोप कर दिया हो, वहाँ रूपक अलंकार होता है। |
संतो भाई आई ज्ञान की आंधी रे |
उत्प्रेक्षा |
जब उपमेय में गुण-धर्म की समानता के कारण उपमान की संभावना कर ली जाए। |
"कहती हुई यूँ उत्तरा के नेत्र जल से भर गए। |
यमक |
जहां एक ही शब्द कई बार अलग-अलग अर्थों में प्रयुक्त होता है वहाँ यमक अलंकार होता है। |
कनक-कनक ते सौ गुनी, मादकता अधिकाय, या खाये बौराये जग, या पाये बौराये। |
Last updated on May 12, 2025
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