Question
Download Solution PDFवस्तुनिष्ठ प्रश्नों का एक प्रमुख गुण है :-
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFडगलस और हॉलैंड के अनुसार, "वस्तुनिष्ठ परीक्षणों का उद्देश्य ऐसे अंक और श्रेणी प्राप्त करना है जो व्यक्तिपरक कारकों से अपेक्षाकृत अप्रभावित हैं।"
- होरेस मान ने पहली वस्तुनिष्ठ परीक्षा 1845 ई. में विकसित की।
- उत्तर और मूल्यांकन की विधियाँ निश्चित हैं, इसलिए इन परीक्षणों को वस्तुनिष्ठ परीक्षण कहा जाता है।
Key Points
वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का परीक्षण पद इसकी कुल वस्तुनिष्ठता और स्कोरिंग में अस्पष्टता की विशेषता है। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के प्रमुख गुण इस प्रकार हैं:
- ये परीक्षण विश्वसनीय, स्पष्ट और केवल एक ही अर्थ को रखते हैं और उनके उत्तर भी निश्चित होते हैं।
- विश्वसनीयता और वैधता उच्च स्तर के होते हैं।
- ये परीक्षण प्रदर्शन परीक्षण, निदान, बुद्धि और योग्यता परीक्षण आदि के लिए अधिक उपयोगी हैं।
- यह जटिलता से मुक्त करता है अतः छात्रों को गुमराह करने से बचाता है।
- प्रश्नों की संख्या अधिक होती है लेकिन उनके उत्तर कम होते हैं।
- सम्पूर्ण विषयवस्तु को शामिल करना संभव होता है।
- यह परीक्षण रटना को हतोत्साहित करता है और चिन्तन, अवलोकन तथा जांच को प्रोत्साहित करता है।
- इसमें अधिक अंक प्राप्त करना आसान है।
- इसमें छात्र चिन्तन और पढ़ने का अधिक समय देते हैं।
अतः, यह निष्कर्ष निकाला जाता है कि सम्पूर्ण विषयवस्तु को शामिल करना संभव है, यह वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का एक प्रमुख गुण है।
Last updated on Jul 17, 2025
-> The latest RPSC Senior Teacher Notification 2025 notification has been released on 17th July 2025
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