Question
Download Solution PDFनिम्नलिखित में से कौन-सी एक सृजनात्मकता की अवस्था गोर्डन ने अपनी संश्लेषण तकनीक में प्रतिपादित नहीं की है ?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFसृजनात्मकता नए विचारों को विकसित करने और समस्याओं और अवसरों को देखने के नवीन तरीकों की खोज करने की क्षमता है। सृजनात्मकता उन विचारों को उत्पन्न करने की क्षमता है जो भिन्न विचारों के माध्यम से नवीन और उपयोगी दोनों हैं।
Key Points संश्लेषण एक समस्या-समाधान विधि है जो उन विचार प्रक्रियाओं को उत्तेजित करती है जिनसे विषय अनभिज्ञ है।
- यह जॉर्ज एम प्रिंस और विलियम जे जे गॉर्डन द्वारा प्रतिपादित एक सृजनात्मकता समस्या-समाधान तकनीक है।
- शिक्षण का यह संश्लेषित प्रतिमान वर्ष 1962 में प्रतिपादित किया गया था।
- Synectics ग्रीक शब्द synecticos से आया है, जिसका अर्थ है स्पष्ट रूप से असंबंधित तत्वों के साथ जुड़ना।
- इस विधि का प्रयोग सृजनात्मक बच्चों के आहार प्रबन्ध के लिए किया जाता है।
- यह एक ऐसी विधि है जो समस्या अनुरूपताओं के साथ कार्य करती है और उन्हें अलग-अलग प्रतीत होता है कि सभी जुड़े हुए वातावरण में नहीं है।
- संश्लेषण विधि इस धारणा पर आधारित है कि रचनात्मक प्रक्रिया को सिखाया और वर्णित किया जा सकता है।
- यह तकनीक अन्वेषण चरण में उपयोगी होती है।
- यह विधि इस धारणा पर आधारित है कि लोग अधिक सृजनात्मकता होते हैं वे समझते हैं कि सृजनात्मकता कैसे कार्य करती है।
इस प्रकार, यह निष्कर्ष निकाला जाता है कि समान वस्तु की खोज गॉर्डन द्वारा प्रतिपादित संश्लेषण तकनीक में निर्धारित सृजनात्मकता का चरण नहीं है।
Last updated on Jul 12, 2025
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