Question
Download Solution PDFखड़ी बोली के लिए सुनीति कुमार चटर्जी ने क्या शब्द प्रयोग किया है?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDF- खड़ी बोली पश्चिमी हिंदी उपभाषा की प्रमुख बोली हैI
- सुनीति कुमार चटर्जी ने खड़ी बोली को 'मर्दानी भाषा' तथा 'जनपदीय हिंदुस्तानी' कहा हैI
- खड़ी बोली का अन्य नाम कौरवी भी हैI
- वर्तमान हिंदी, उर्दू, हिंदुस्तानी और दक्षिणी कुछ सीमा तक खड़ी बोली पर आधारित हैI
- खड़ी बोली के क्षेत्र -
- देहरादून, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर,मेरठ, बिजनौर रामपुर तथा मुरादाबाद हैI
खड़ी बोली-
- ग्रियसन ने खड़ी बोली को 'देशी हिंदुस्तानी' अथवा 'वर्नाक्युलर हिंदुस्तानी' की संज्ञा दीI
- महामती प्राणनाथ ने खड़ी बोली के नवीन रूप को सर्वप्रथम 'हिंदुस्तानी' की संज्ञा दीI
- बीम्स,सुनीति कुमार चटर्जी, धीरेंद्र वर्मा आदि भाषा वैज्ञानिकों के अनुसार खड़ी बोली का आधार कौरवी हैI
- खड़ी बोली मानक हिंदी का आधार कोलबुक ने 'कन्नौजी' को माना है इस्टाविक तथा मोहम्मद हुसैन ने 'ब्रज भाषा' को माना और मसऊद हसन खान 'हरियाणवी' को माना हैI
विद्वानों के अनुसार खड़ी बोली का अर्थ -
विद्वान खड़ी बोली का अर्थ | |
सुनीति कुमार चटर्जी सीधी |
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कामता प्रसाद गुरु कर्कश |
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अब्दुल हक गँवारु |
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गिलक्राइस्ट मानक या परिनिष्ठित |
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किशोरी दास वाजपेई खड़ी पाई से संबंधित |
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अन्य भाषा वैज्ञानिक खरी या शुद्ध |
Last updated on May 25, 2025
-> BPSC Senior Secondary Teacher, BPSC TRE 4.0 is to be conducted in August, 2025.
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-> The Bihar Senior Secondary Teacher eligibility is PG + B.Ed./ B.El.ED + STET Paper-2 Pass.
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