समास सामान्य MCQ Quiz - Objective Question with Answer for समास सामान्य - Download Free PDF
Last updated on Jun 20, 2025
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समास सामान्य Question 1:
निम्नलिखित सामासिक पदों को उनके सामासिक भेद के साथ सुमेलित कीजिए -
सामासिक पद | सामासिक भेद | ||
(i) | शताब्दी, अठन्नी, सतसई | (क) | अव्ययीभाव समास |
(ii) | नीरव, अनुगुण, अत्याचार | (ख) | द्विगु समास |
(iii) | लताच्छादित, आनन्दमय, कनकटा | (ग) | तत्पुरुष समास |
(iv) | शुभावसर, नवांकुर, चरमसीमा | (घ) | कर्मधारय समास |
Answer (Detailed Solution Below)
समास सामान्य Question 1 Detailed Solution
सही जोड़ी (i) - ख, (ii) - क, (iii) - ग, (iv) - घ होगा।
- सूची-l में सामासिक पद दिए गए हैं और सूची-ll में सामासिक भेद दिए गए हैं।
- दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने हुए नये एवं सार्थक शब्दों को समास कहते हैं।
- उदाहरण :- यथासामर्थ्य = सामर्थ्य के अनुसार
Key Pointsअन्य विकल्प -
- द्विगु समास (जिस सामासिक पद का पूर्वपद संख्यावाचक हो, तथा उत्तर पद प्रधान हो।)
- शताब्दी - सौ अब्दों (वर्षों) का समाहार
- अठन्नी - आठ आनों का समाहार
- सतसई - सात सौ का समाहार
- अव्ययीभाव समास (पहला पद प्रधान होता है और समस्तपद वाक्य में क्रियाविशेषण का काम करता है।)
- नीरव - रव रहित
- अनुगुण - गुण के योग्य
- अत्याचार - आचार का अतिक्रमण
- तत्पुरुष समास (जिसका उत्तरपद या अंतिम पद प्रधान हो। जैसे प्रथम पद गौण हो और उत्तरपद की प्रधानता हो।)
- लताच्छादित - लता से आच्छादित (करण तत्पुरुष समास)
- आनन्दमय - आनंद से युक्त (करण तत्पुरुष समास)
- कनकटा - कान को कटवाया हुआ (कर्म तत्पुरुष समास)
- कर्मधारय समास (जिस सामासिक शब्द का उत्तर पद प्रधान हो, पूर्वपद और उत्तरपद में विशेषण- विशेष्य अथवा उपमान- उपमेय का संबंध हो। )
- शुभावसर - शुभ हो जो अवसर
- नवांकुर - नया है जो अंकुर
- चरमसीमा - चरम तक पहँची है जो सीमा
समास सामान्य Question 2:
'ऊंटपटांग' शब्द में समास होता है
Answer (Detailed Solution Below)
समास सामान्य Question 2 Detailed Solution
उपर्युक्त प्रश्न में तत्पुरूष समास है।
Key Points
- 'ऊंटपटांग' शब्द शब्द का विग्रह है- ऊट पर टांग अर्थात बेतुका
- 'ऊंटपटांग' शब्द का अर्थ है बेतुका ।
- 'ऊंटपटांग' शब्द में तत्पुरूष समास है।
- ‘संक्षिप्तिकरण’ को समास कहते हैं।
- इस समास में आने वाले कारक चिन्हों को, से, के लिए, से, का/के/की, में, पर आदि का लोप होता है।
Additional Information
- ‘संक्षिप्तिकरण’ को समास कहते हैं।
- दो या दो से अधिक शब्दों का परस्पर सम्बन्ध बताने वाले शब्दों अथवा कारक चिह्नों का लोप होने पर उन दो
- अथवा दो से अधिक शब्दों के मेल से बने एक स्वतन्त्र शब्द को समास कहते हैं।
- उदाहरण ‘दया का सागर’ का सामासिक शब्द बनता है ‘दयासागर’।
समास सामान्य Question 3:
समास पद्धति किस भाषा की विशेषता है?
Answer (Detailed Solution Below)
समास सामान्य Question 3 Detailed Solution
समास पद्धति संस्कृत भाषा की विशेषता है।Key Points
- समास शब्द मूलतः संस्कृत भाषा का शब्द है, यह दो शब्दों 'सम' और 'आस' से मिलकर बना है जिसका अर्थ है समान रूप से बैठना।
- समास का सरल अर्थ 'संक्षिप्तीकरण' करना है, जब दो अथवा दो से अधिक शब्दों के मेल से नया व सार्थक शब्द बनता है तो उस सार्थक शब्द को समास कहते है।
- उदाहरण- विद्या के लिय आलय-विद्यालय
Additional Information
- समास के मुख्यतः चार भेद होते है -
- अव्ययीभाव समास
- तत्पुरुष समास
- बहुब्रीहि समास
- द्वन्द्व समास
- कर्मधारय व दिगु समास तत्पुरुष समास का ही भाग है।
- हिंदी भाषा के शब्द- आभास, काल, अनुभूति, अभियान आदि।
- संस्कृत भाषा के शब्द- पंचमी, विभक्ति, वृक्ष, प्रथम आदि।
- देशज शब्द- लोटा, कटोरा, डिबिया,जूता आदि।
- विदेशज शब्द- डॉक्टर, किस्मत, किनारा, स्टेशन आदि।
समास सामान्य Question 4:
सूची - I के साथ सूची - II का मिलान कीजिए।
सूची - I | सूची - II | ||
(A) | रसोई घर | (I) | द्वंद्व समास |
(B) | चक्रधर | (II) | द्विगु समास |
(C) | पाप-पुण्य | (III) | तत्पुरुष समास |
(D) | नवग्रह | (IV) | बहुव्रीहि समास |
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए।
Answer (Detailed Solution Below)
समास सामान्य Question 4 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर " विकल्प 4" होगा। Key Points समास कि जोड़ी का मिलान :
रसोई घर ( रसोई घर के लिए उत्तर ) - तत्पुरुष समास
- तत्पुरुष समास में पहला पद दूसरे पद के लिए विशेषण (या कारक संबंधी) के रूप में काम करता है।
- यहाँ, "रसोई" शब्द "घर" के लिए विशेषण है, यानी घर का वह हिस्सा जहां खाना बनाया जाता है।
चक्रधर - बहुव्रीहि समास
- बहुव्रीहि समास में, दो शब्दों का संयोजन एक तीसरे व्यक्ति या वस्तु का वर्णन करता है, जो सीधे तौर पर उन शब्दों में नहीं दिया गया होता।
- "चक्रधर" भगवान विष्णु या कृष्ण का वर्णन करता है, जिन्हें चक्र धारण करने वाले के रूप में जाना जाता है।
पाप-पुण्य - द्वंद्व समास
- द्वंद्व समास दो या दो से अधिक शब्दों को संयुक्त करता है जिनके बीच 'और' का संबंध होता है।
- यहाँ, पाप और पुण्य दोनों को एक साथ लिया गया है जो नैतिकता के दो पहलू हैं।
नवग्रह - द्विगु समास
- द्विगु समास में, दो शब्दों में पहला शब्द निश्चित संख्या का विचार करता है और दूसरा शब्द उस वस्तु का नाम होता है जिसकी संख्या का उल्लेख हुआ है।
- "नवग्रह" में "नव" का अर्थ है नौ और "ग्रह" का अर्थ है ग्रह, यानी नौ ग्रह।
Additional Information
समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र। |
समास के छःप्रकार हैं -
समास का नाम |
परिभाषा |
उदाहरण |
तत्पुरुष समास |
जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो। |
धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत। |
बहुव्रीहि समास |
जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। |
जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव। |
कर्मधारय समास |
जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो, पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं। |
कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव। |
द्विगु समास |
जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो। |
दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक। |
अव्यययीभाव समास |
जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। |
प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक |
द्वंद्व समास |
द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय "और, अथवा, या, एवं" आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है। |
माता- पिता = माता और पिता, हाँ- न = हाँ या न |
समास सामान्य Question 5:
जब दो पद मिलाकर नया शब्द बनाया जाता है और उससे मिलाए गए दोनों पदों से अलग ही तीसरा अर्थ निकलता है, तो वहाँ कौन-सा समास माना जाता है?
Answer (Detailed Solution Below)
समास सामान्य Question 5 Detailed Solution
'बहुव्रीहि समास'- जब दो पद मिलाकर नया शब्द बनाया जाता है और उससे मिलाए गए दोनों पदों से अलग ही तीसरा अर्थ निकलता है, तो वहाँ 'बहुव्रीहि समास' माना जाता है।
- उदाहरण- चतुरानन= 'चार है आनन जिसके' अर्थात् 'ब्रह्मा जी'।
Key Pointsद्विगु समास- 'उत्तर पद प्रधान होता'।
पहचान- पहला पद 'संख्यावाचक' तथा इसमें 'समूह या समाहार' का पता चलता है।
- उदाहरण- अष्टधातु= 'आठ धातुओं का समाहार'।
कर्मधारय समास- 'उत्तर पद प्रधान होता'।
पहचान- 'दोनों पदों' के मध्य मे 'है जो' , 'के समान' आता हैं।
- उदाहरण- चरणकमल= 'कमल के समान चरण'।
द्वंद्व समास- दोनों पद प्रधान होते है।
पहचान- योजक चिन्ह (-) का प्रयोग। तथा, मध्य में 'और', 'अथवा', 'या' लगते है।
- उदाहरण- धन-दौलत= धन दौलत।
Additional Information
समास- दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने नये सार्थक शब्द को समास कहते है।
समास भेद- 6 भेद होते हैं।
- अव्ययीभाव समास
- तत्पुरुष समास
- द्विगु समास
- द्वन्द्व समास
- कर्मधारय समास
- बहुव्रीहि समास
Mistake Points
- 'बहुव्रीहि समास' में 'अन्य पद' प्रधान होता है तथा कर्मधारय एवं द्विगु में 'उत्तर पद' और द्वंद्व में 'दोंनों पद' प्रधान होते है।
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माखनचोर में कौन सा समास है?
Answer (Detailed Solution Below)
समास सामान्य Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 4 ‘बहुव्रीहि’ है। Key Points
- माखनचोर का समास विग्रह ‘माखन को चुराने वाला’ अर्थात कृष्ण होगा।
- अत: जिस समास दोनों पद प्रधान न होकर कोई तीसरा हे अर्थ निकलता हो वहाँ "बहुव्रीहि समास" होता है।
Mistake Points
- तत्पुरुष समास:- जिसमे मध्य में एक कारक विभक्ति लगी हो जिसका लोप हो जैसे:मूर्ति को बनाने वाला — मूर्तिकार,विग्कारह करने ल को जीतने वाला — कालजयी
- बहुव्रीहि समास:- इसमें करने के पश्चात अन्य ही तीसरापद निकलकर आता है, जैसे: दशानन = दस सर वाला, अर्थात रावण,
- अब हम जानते है, की दस सर वाला सिर्फ रावण है, इसी तरह माखनचोर का विग्रह माखन को चुराने वाला अर्थात हम जानते है।
- माखन चोर सिर्फ कृष्ण को कहा जाता है, अत: यहाँ बहुव्रीहि समास सही होगा।
अन्य विकल्प:
समास |
परिभाषा |
उदाहरण |
द्वंद्व समास |
जिस समास में दोनों पद प्रधान हों तथा विग्रह करने पर उनके बीच ‘तथा’, ‘या’, ‘अथवा’, ‘एवं’, ‘और’ का प्रयोग होता है। |
माता और पिता = माता-पिता |
कर्मधारय समास |
पहला पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य होता है अथवा इसके पूर्वपद और उत्तर पद में उपमान और उपमेय का संबंध होता है। |
नव है जो युवक = नवयुवक |
बहुव्रीहि समास |
जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। |
जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान |
Additional Information
- समास संक्षेप करने की एक प्रक्रिया है।
- दो या दो से अधिक शब्दों का परस्पर सम्बन्ध बताने वाले शब्दों अथवा कारक चिह्नों का लोप होने पर उन दो अथवा दो से अधिक शब्दों के मेल से बने एक स्वतन्त्र शब्द को समास कहते हैं।
'घनश्याम' में कौन - सा समास है?
Answer (Detailed Solution Below)
समास सामान्य Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDF'घनश्याम' में बहुव्रीहि समास है।
- 'घनश्याम' का समास विग्रह करने पर 'घन के समान श्याम,घन-सा श्याम है जो वह-श्रीकृष्ण' होगा।
- इसमें 'कृष्ण' सांकेतिक अर्थ इंगित किए जाने के कारण 'बहुव्रीहि समास' है।
Important Points
समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र, समास के छःप्रकार हैं - |
||
समास |
परिभाषा |
उदाहरण |
तत्पुरुष |
जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो। |
धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत। |
बहुव्रीहि |
जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। |
जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव। |
कर्मधारय |
जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो। पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं। |
कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव। |
द्विगु |
जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो। |
दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक। |
अव्यययीभाव |
जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। |
प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक |
द्वंद्व |
द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय "और, अथवा, या, एवं" आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है। |
माता- पिता = माता और पिता, हाँ- न = हाँ या न |
गलत समास विग्रह चुनिएः
Answer (Detailed Solution Below)
समास सामान्य Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFउपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प "दूर के लिए दर्शन :- दूरदर्शन" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
- "दूर के लिए दर्शन :- दूरदर्शन" समास विग्रह गलत है।
- दूरदर्शन :- दूर का दर्शन
- दूरदर्शन
- पुल्लिंग
- दूर की चीज़ देखना।
- दूर की बात सोचना।
- पुल्लिंग
- पाठशाला
- स्त्रीलिंग
- जहाँ विद्यार्थियों को पढ़ना–लिखना सिखाया जाए, स्कूल।
- स्त्रीलिंग
- दूरागत
- विशेषण
- दूर से आया हुआ।
- विशेषण
'ऊंटपटांग' शब्द में समास होता है
Answer (Detailed Solution Below)
समास सामान्य Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFउपर्युक्त प्रश्न में तत्पुरूष समास है।
Key Points
- 'ऊंटपटांग' शब्द शब्द का विग्रह है- ऊट पर टांग अर्थात बेतुका
- 'ऊंटपटांग' शब्द का अर्थ है बेतुका ।
- 'ऊंटपटांग' शब्द में तत्पुरूष समास है।
- ‘संक्षिप्तिकरण’ को समास कहते हैं।
- इस समास में आने वाले कारक चिन्हों को, से, के लिए, से, का/के/की, में, पर आदि का लोप होता है।
Additional Information
- ‘संक्षिप्तिकरण’ को समास कहते हैं।
- दो या दो से अधिक शब्दों का परस्पर सम्बन्ध बताने वाले शब्दों अथवा कारक चिह्नों का लोप होने पर उन दो
- अथवा दो से अधिक शब्दों के मेल से बने एक स्वतन्त्र शब्द को समास कहते हैं।
- उदाहरण ‘दया का सागर’ का सामासिक शब्द बनता है ‘दयासागर’।
‘मृत्युंजय’ पद में कौन-सा समास है?
Answer (Detailed Solution Below)
समास सामान्य Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDF‘मृत्युंजय’ पद में 'बहुव्रीहि' समास है। 'मृत्युंजय' का समास विग्रह 'मृत्यु को जीतने वाला' अर्थात शिव है। अन्य विकल्प असंगत हैं। अतः सही विकल्प 'बहुव्रीहि' है।
विशेष
समास - समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। जब दो या दो से अधिक शब्दों के योग से जो छोटा शब्द बने उसे समास कहते हैं। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे – राजा का पुत्र = राजपुत्र। |
||
समास के कुल छः प्रकार हैं |
||
समास का नाम |
परिभाषा |
उदाहरण |
तत्पुरुष समास |
जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो। |
धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ। तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत। |
अव्ययीभाव समास |
जिस समास में पहला पद (पूर्वपद) अव्यय तथा प्रधान हो। |
जन्म से लेकर = आजन्म। मति के अनुसार = यथामति। |
कर्मधारय समास |
जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो। पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं। |
कमल के समान नयन = कमलनयन। महान है जो देव = महादेव। |
द्विगु समास |
जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो। |
दो पहरों का समूह = दोपहर। तीनों लोको का समाहार = त्रिलोक। |
द्वंद्व समास |
जिस समास में दोनों पद प्रधान हो तथा विग्रह करने पर उनके बीच ‘तथा’, ‘या’, ‘अथवा’, ‘एवं’ या ‘और’ का प्रयोग होता हो। |
अन्न और जल = अन्नजल। अपना और पराया = अपना-पराया। |
बहुव्रीहि समास |
जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। |
जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान। तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव। |
द्विगु तथा बहुव्रीहि समास में अंतर : द्विगु समास का पहला पद संख्यावाचक विशेषण होता है और दूसरा पद विशेष्य होता है जबकि बहुव्रीहि समास में समस्त पद ही विशेषण का कार्य करता है। जैसे – दोपहर- दो पहरों का समूह (द्विगु समास), चतुर्भुज- चार है भुजाएँ जिसकी अर्थात विष्णु (बहुव्रीहि समास)। |
समास-रचना-प्रक्रिया में 'समस्त पद' किसे कहते हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
समास सामान्य Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDFसमास-रचना-प्रक्रिया में 'समस्त पद' कहते हैं- पूर्वपद तथा उत्तरपद के संयोग से बना नया शब्द।
Key Points
- जब दो या दो से अधिक शब्द मिलकर एक नया शब्द बनाते हैं तो वह समस्त पद कहलता है।
- समास रचना में कभी पूर्व-पद और कभी उत्तर-पद या दोनों ही पद प्रधान होते हैं, यही विधि समस्त पद कहलाती है।
- जैसे- राजपुत्र समस्त पद में- (राज) पूर्व पद है और (पुत्र) उत्तर पद है।
- समस्त पद दो प्रकार के होते है-
- पूर्व पद (पहला पद)
- उत्तर पद (दूसरा पद)
Additional Informationउदाहरण:-
- पूर्व पद उत्तर पद समस्त पद (समास)
- शिव + भक्त = शिवभक्त पूर्व पद प्रधान
- जेब + खर्च = जेबखर्च उत्तर पद प्रधान
- भाई + बहिन = भाई-बहिन दोनों पद प्रधान
- दश + आनन = दशानन (रावण) अन्य पद प्रधान
किस समास में कोई पद प्रधान नहीं होता?
Answer (Detailed Solution Below)
समास सामान्य Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDF'बहुव्रीहि' समास में कोई पद प्रधान नहीं होता। 'बहुब्रीहि' समास में दोनों पद मिलकर एक नया अर्थ प्रकट करते हैं।
- जैसे - जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव। शेष विकल्प अनुचित हैं।
- अतः सही विकल्प 'बहुव्रीहि' है।
Important Points
पदों की प्रधानता के आधार पर समास का वर्गीकरण |
|
पूर्वपद प्रधान |
अव्ययीभाव समास |
उत्तरपद प्रधान |
तत्पुरुष, कर्मधारय, द्विगु |
दोनों पद प्रधान |
द्वन्द्व |
दोनों पद अप्रधान |
बहुब्रीहि (तीसरा पद प्रधान होता है) |
असंगत सामासिक-युग्म का चयन कीजिए -
Answer (Detailed Solution Below)
समास सामान्य Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDFयथाविधि का सामासिक-युग्म असंगत है।
Key Points
- 'यथाविधि' का समास विग्रह होगा-विधि के अनुसार।
- इसमें 'यथा' अव्यव का प्रयोग किया गया है।इसलिए 'अव्ययीभाव समास' है।
- 'अव्ययीभाव समास'-जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे।
Important Points
- कर्मधारय समास-जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो। पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।
- बहुव्रीहि समास-जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं।
- तत्पुरुष समास-जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो।
Additional Information
- समास-समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है।
निम्नलिखित समासों को उनके विग्रह वाक्यों के साथ जोड़िए।
अ |
ब |
a. अव्ययीभाव |
1. भलाबुरा |
b. तत्पुरुष |
2. एकाएक |
c. द्वंद्व |
3. दुपट्टा |
d. बहुव्रीहि |
4. आरामकुर्सी |
e. द्विगु |
5. द्शानन |
Answer (Detailed Solution Below)
समास सामान्य Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDFदोनों भागों का सही सुमेलन (जोड़) इस प्रकार होगा-
अ |
ब |
a. अव्ययीभाव |
2. एकाएक |
b. तत्पुरुष |
4. आरामकुर्सी |
c. द्वंद्व |
1. भलाबुरा |
d. बहुव्रीहि |
5. दशानन |
e. द्विगु |
3. दुपट्टा |
अतः सही विकल्प a – 2, b – 4, c – 1, d – 5, e – 3 है।
सामासिक पदों के घटकों को अलग करने की रीति को कहते हैं :
Answer (Detailed Solution Below)
समास सामान्य Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDFसामासिक पदों के घटकों को अलग करने की रीति को 'विग्रह' कहते हैं।
निग्रह का अर्थ - रोक, अवरोध।
समास - आपस में संबंध रखने वाले जब दो या दो से अधिक शब्दों के बीच में से विभक्ति हटाकर उन दोनों शब्दों को मिलाया जाता है तब इस मेल को समास कहते हैं।Key Points
- उदाहरण - चौराहा = चार राहों का समूह
- नवरत्न = नौ रत्नों का समूह
Additional Information
संधि की परिभाषा - दो वर्णों के मेल से उत्पन्न विकार संधि कहलाता है।और इसको पुनः अलग अलग करने को विच्छेद कहते है। | 'अत्यूष्म' = अति + ऊष्म |