रेखाचित्र MCQ Quiz in मराठी - Objective Question with Answer for रेखाचित्र - मोफत PDF डाउनलोड करा

Last updated on Apr 23, 2025

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Latest रेखाचित्र MCQ Objective Questions

Top रेखाचित्र MCQ Objective Questions

रेखाचित्र Question 1:

महादेवी वर्मा द्वारा रचित 'भक्तिन' किस विधा की रचना है?

  1. निबंध
  2. कहानी
  3. संस्मरणात्मक रेखाचित्र
  4. जीवनी

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : संस्मरणात्मक रेखाचित्र

रेखाचित्र Question 1 Detailed Solution

महादेवी वर्मा द्वारा रचित 'भक्तिन' 'संस्मरणात्मक रेखाचित्र' विधा की रचना है।

Key Points

  • भक्तिन पाठ संस्मरण रेखाचित्र की लेखिका महादेवी वर्मा है।
  • भक्तिन पाठ की विशेषताएँः-
  • भक्तिन एक संघर्षशील और स्वाभिमानी स्त्री हैं।
  • जिसने धोखे और कपट से भरी सामाजिक मान्यताओ का डटकर सामना किया ।
  • लेकिन जीवन के अंतिम पढाव पर उनसे हार करा आपने जीवन को पूरी बदल लेती है।
  • महादेवी वर्मा की अन्य प्रमुख रचनाएँः-
  • नीहार ( 1980 )
  • रश्मि ( 1932 )
  • नीरजा (1935 )
  • सांध्या गीत ( 1936 ) आदि।

Additional Information 

विधा परिभाषा
निबंध निबंध शब्द नि और बंध से बना है जिसका अर्थ है अच्छी तरह से बँधा हुआ। भाषा के अच्छे प्रयोग द्वारा ही भावों विचारों और अनुभावों को प्रभावशाली ढंग से व्यक्त करना निबंध हैं।
कहानी  कहानी वह विधा है जो लेखक के किसी उद्देश्य किसी एक मनोभाव जैसे उसके चरित्र , उसका कथा - विन्यास , सब कुछ उसी एक भाव में व्यक्त करना ही कहानी है।
जीवनी किसी व्यक्ति के जीवन का चरित्र चित्रण करना यानी की किसी व्यक्ति विशेष के सम्पूर्ण जीवन वृत्तांत को जीवनी कहते है।

Important Pointsनिबंध को लेकर आचार्य रामचंंद्र शुक्ल का कथनः-

'यदि गद्य कवियों की कसौटी है , तो निबंध गद्य की कसौटी है।'

रेखाचित्र Question 2:

'अतीत के चलचित्र' किसकी कृति है?

  1. महादेवी वर्मा
  2. जगदीश चंद्र माथुर
  3. शिवपूजन सहाय
  4. रामवृक्ष बेनीपुरी

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : महादेवी वर्मा

रेखाचित्र Question 2 Detailed Solution

महादेवी वर्मा की रचना 'अतीत के चलचित्र' है।

  • महादेवी वर्मा छायावाद की प्रमुख कवियित्रि हैं।
  • इनकी अन्य रचनाएँ- नीहार, नीरजा, सांध्यगीत आदि हैं।

  • महादेवी वर्मा (26 मार्च 1907 — 11 सितंबर 1987)
  • उन्हें "आधुनिक मीरा" के नाम से भी जाना जाता है।
  • कवि निराला ने उन्हें “हिन्दी के विशाल मन्दिर की सरस्वती” भी कहा है।
  • 27 अप्रैल 1982 को "ज्ञानपीठ पुरस्कार" से सम्मानित किया गया।
  • विधा :- रेखाचित्र
Additional Information

रेखा चित्र

रचना वर्ष 

संस्मरण

रचना वर्ष 

निबंध

रचना वर्ष 

अतीत के चलचित्र

1941

पथ के साथी

1956

शृंखला की कड़ियाँ

1942

स्मृति की रेखाएं

1943

मेरा परिवार

1972

विवेचनात्मक गद्य

1942

संस्मरण

1983

साहित्यकार की आस्था तथा अन्य निबंध

1962

संकल्पिता

1969

रेखाचित्र Question 3:

 इनमे से कौनसा रेखाचित्र माटी की मूरते में संकलित नही है-

  1. सरजू भैया
  2. भौजी
  3. बुधिया
  4. शशि

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : शशि

रेखाचित्र Question 3 Detailed Solution

"शशि रेखा चित्र", "माटी की मूरतें" में संकलित नहीं है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (4) शशि सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है।

Key Points

  • माटी की मूरतें 1946 में प्रकाशित रामवृक्ष बेनीपुरी द्वारा रचित रेखाचित्र-संकलन है।
  • माटी की मूरतें नामक भूमिका के अतिरिक्त 12 रेखाचित्र हैं।

माटी की मूरतें के रेखा चित्र

बलदेव सिंह

भौजी

सरजू भैया

परमेसर

मंगर

बैजू मामा

रूपा की आजी

सुभान खाँ

देव

बुधिया

बालगोबिन भगत

सचिन खेडेकर

Additional Information

रेखा चित्र एवं संस्मरण

लेखक

रचना वर्ष

पद्म पराग

पदम सिंह शर्मा

1929

गेहूं व गुलाब

रामवृक्ष बेनीपुरी

1950

लाल तारा

रामवृक्ष बेनीपुरी

1938

मील के पत्थर

रामवृक्ष बेनीपुरी

1957

चेतना के बिम्ब

डॉ नगेंद्र

1967

रेखाएं और रंग

आचार्य विनय मोहन शर्मा

1955

रेखा चित्र

प्रेम नारायण टंडन

1940

रेखाचित्र Question 4:

महादेवी वर्मा कृत रेखाचित्र नीलकंठ में लेखिका ने किस पक्षी का नाम नीलकंठ रखा था?

  1. नीलकंठ
  2. मोर
  3. कौआ
  4. उपर्युक्त में से एक से अधिक
  5.  उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : मोर

रेखाचित्र Question 4 Detailed Solution

सही उत्तर है मोर।

  • रेखाचित्र की निम्न पंक्ति से यह स्पष्ट है:
    • नीलाभ ग्रीवा के कारण मोर का नाम रखा गया नीलकंठ और उसकी छाया के सामान रहने के कारण मोरनी का नामकरण हुआ राधा। 

Key Points

  • नीलकंठ महादेवी वर्मा कृत रेखाचित्र है। 
  • इसमें लेखिका ने अपने द्वारा लाये हुए एक मोर के जोड़े की कहानी बताई है।
  • मोर की गर्दन नीली थी अतः उसका नाम लेखिका ने नीलकंठ रखा और मोरनी का नाम राधा रखा। 
  • लेखिका को पशु पक्षियों का शौक था।  
  • इस रेखाचित्र में वे अपने बाड़े में रहने वाले अनेक पशु पक्षियों व उनके आपसी सम्बन्ध का वर्णन करती हैं। 
  • उन्होंने पक्षियों के विभिन्न स्वभावों का दृश्य इसमें सजीव किया है। 
  • नीलकंठ के मरने के बाद राधा का निश्चेष्ट हो जाना उनके अंदर की भावनाओं को दर्शाता है। 

Additional Informationलेखिका परिचय:

  • जन्म: 1908  
  • मृत्यु: 1987
  • ये छायावाद के चार प्रमुख स्तम्भों में एकमात्र कवियित्री थीं। 
  • प्रमुख कृतियां: 
    • काव्य संग्रह: नीहार, रश्मि, नीरजा, सांध्यगीत, दीपशिखा, प्रथम आयाम, अग्निरेखा। 
    • रेखाचित्र: अतीत के चलचित्र, स्मृति की रेखाएं। 
    • संस्मरण: पथ के साथी, मेरा परिवार। 
    • निबन्ध: श्रंखला की कड़ियाँ, साहित्यकार की आस्था तथा अन्य निबन्ध। 
  • प्रमुख पुरस्कार एवं सम्मान: पद्म भूषण(1956 ), ज्ञानपीठ पुरस्कार(1982 ), पद्म विभूषण(1988)

Important Pointsरेखाचित्र:

  • रेखाचित्र शब्द अंग्रेजी शब्द 'स्केच' का हिंदी अनुवाद है। 
  • इस विधा में क्रम्बद्धता का ध्यान रखकर किसी व्यक्ति या सजीव प्राणी की चाल ढाल या स्वाभाव की विशेषताओं का सजीव चित्रण किया जाये।

रेखाचित्र Question 5:

कौन-सी रचना का सही मिलान नहीं है-

  1. रेखाचित्र- प्रेमनारायण टंडन 
  2. रेखा और रंग- विष्णु प्रभाकर 
  3. रेखाचित्र- बनारसीदास चतुर्वेदी  
  4. रेखाएं और चित्र- उपेन्द्रनाथ 'अश्क'

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : रेखा और रंग- विष्णु प्रभाकर 

रेखाचित्र Question 5 Detailed Solution

सही मिलान नहीं है- रेखा और रंग- विष्णु प्रभाकर 

Key Pointsरेखा और रंग -

  • रचनाकार- विनय मोहन शर्मा 
  • प्रकाशन वर्ष- 1955 ई. 
  • विधा- रेखाचित्र 

Important Pointsरेखाचित्र-

  • रचनाकार- प्रेमनारायण टंडन 
  • प्रकाशन वर्ष- 1959 ई. 
  • विधा- रेखाचित्र 

रेखाचित्र-

  • रचनाकार- बनारसीदास चतुर्वेदी
  • प्रकाशन वर्ष- 1952 ई. 
  • विधा- रेखाचित्र

रेखाएं और चित्र-

  • रचनाकार- उपेन्द्रनाथ 'अश्क'
  • प्रकाशन वर्ष- 1955 ई. 
  • विधा- रेखाचित्र

रेखाचित्र Question 6:

यतींद्र मिश्र का जन्म कहाँ हुआ था?

  1. अयोध्या, उत्तर प्रदेश
  2. बलिया, उत्तर प्रदेश
  3. आजमगढ़, उत्तर प्रदेश
  4. उपर्युक्त में एक से अधिक
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : अयोध्या, उत्तर प्रदेश

रेखाचित्र Question 6 Detailed Solution

दिए गए पाठ के अनुसार, यतींद्र मिश्र का जन्म 'अयोध्या, उत्तर प्रदेश' में हुआ था। 
Key Points
अन्य विकल्पों की व्याख्या: 

  • बलिया, उत्तर प्रदेश: यह गलत है।पाठ में यतींद्र मिश्र का जन्म स्थान अयोध्या बताया गया है।
  • आजमगढ़, उत्तर प्रदेश: यह गलत है। पाठ में यतींद्र मिश्र का जन्म स्थान अयोध्या बताया गया है।
  • कानपुर, उत्तर प्रदेश: यह गलत है। पाठ में यतींद्र मिश्र का जन्म स्थान अयोध्या बताया गया है।

रेखाचित्र Question 7:

"सांवले सपनों की याद में" लेखक ने सालिम अली को प्रकृति की दुनिया के टापू न कहकर ______ कहा है?

  1. पर्वत
  2. हिमालय
  3. अथाह सागर
  4. गिद्ध
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में एक से अधिक

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : अथाह सागर

रेखाचित्र Question 7 Detailed Solution

  • सही उत्तर है अथाह सागर। 
  •  रचना लेखक जाबिर हुसैन द्वारा अपने मित्र सालिम अली की याद में लिखा गया संस्मरण है। 

 Key Points

  • सालिम अली प्रकृति को पूरी तरह समर्पित थ।
  • पक्षियों के लिए उनका प्रेम तो जग जाहिर है।
  • सालिम अली अपने काम की धुन में सबकुछ भूल जाते थे।
  • अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते थे

 Important Points

  • सालिम अली ने अपनी आत्मकथा का नाम रखा था 'फॉल ऑफ ए स्पैरो

रेखाचित्र Question 8:

निम्नलिखित रेखाचित्र संग्रहों का कालक्रमानुसार सही क्रम है :

  1. दीप जले शंख बजे, गेहूँ और गुलाब, अतीत के चलचित्र, रेखाएँ बोल उठीं
  2. गेहूँ और गुलाब, रेखाएँ बोल उठीं, अतीत के चलचित्र, दीप जले शंख बजे
  3. रेखाएँ बोल उठीं, अतीत के चलचित्र, दीप जले शंख बजे, गेहूँ और गुलाब
  4. अतीत के चलचित्र, रेखाएँ बोल उठीं, गेहूँ और गुलाब, दीप जले शंख बजे

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : अतीत के चलचित्र, रेखाएँ बोल उठीं, गेहूँ और गुलाब, दीप जले शंख बजे

रेखाचित्र Question 8 Detailed Solution

रेखाचित्र संग्रहों का कालक्रमानुसार सही क्रम है- अतीत के चलचित्र, रेखाएँ बोल उठीं, गेहूँ और गुलाब, दीप जले शंख बजे

Key Pointsअतीत के चलचित्र-

  • रचनाकर- महादेवी वर्मा
  • विधा- रेखाचित्र
  • प्रकाशन वर्ष- 1941 ई. 
  • मुख्य पात्र- रामा, भाभी, बिन्दा, सबिया, बिट्टो आदि। 
  • विषय- 
    • इनमें उनके अपने जीवन की विविध घटनाओं तथा चरित्र के विभिन्न पहलुओं का प्रत्यारोपण अनायास ही हुआ है। 

रेखाएँ बोल उठीं-

  • रचनाकर- देवेन्द्र सत्यार्थी
  • विधा- रेखाचित्र
  • प्रकाशन वर्ष- 1949 ई. 

गेहूँ और गुलाब-

  • रचनाकर- रामवृक्ष बेनीपुरी
  • विधा- रेखाचित्र
  • प्रकाशन वर्ष- 1950 ई. 
  • मुख्य पात्र- गेहूँ, गुलाब आदि। 
  • विषय- 
    • लेखक ने गेहूँ को भौतिक, आर्थिक एवं राजनैतिक प्रगति र गुलाब को मानसिक अर्थात् सांस्कृतिक प्रगति का प्रतीक माना है। 

दीप जले शंख बजे-

  • रचनाकर- कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर'
  • विधा- रेखाचित्र
  • प्रकाशन वर्ष- 1958 ई. 
  • विषय- 
    • व्यक्ति साधन और शक्ति के कारण नहीं बल्कि साधना और भक्ति के सफल हुए और इस जगत में देदीप्यमान हुए हैं।  

Important Pointsमहादेवी वर्मा-

  • जन्म- 1907-1987 ई.
  • हिन्दी भाषा की कवयित्री थीं।
  • वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तम्भों में से एक मानी जाती हैं।
  • अन्य रेखाचित्र-
    • स्मृति की रेखाएं (1943 ई.)
    • स्मारिका (1971 ई.)
    •  मेरा परिवार (1972 ई.) 

देवेन्द्र सत्यार्थी-

  • जन्म- 1908- 2003 ई.
  • हिंदी, उर्दू और पंजाबी भाषाओं के विद्वान तथा साहित्यकार थे।
  • उनका मूल नाम देवेन्द्र बत्ता था। 
  • अन्य रेखाचित्र-
    • क्या गोरी क्या सांवरी (1950 ई.)

रामवृक्ष बेनीपुरी-

  • जन्म- 1899-1968 ई.
  • भारत के प्रसिद्ध उपन्यासकार, कहानीकार, निबंधकार और नाटककार थे। 
  • अन्य रेखाचित्र-
    • ​लाल तारा (1937-39 ई.)
    • माटी की मूरतें (1946 ई.)
    • मील के पत्थर (1957 ई.) 

कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर'-

  • जन्म- 1906-1995 ई.
  • ये हिन्दी के जाने-माने निबंधकार थे। 
  • अन्य रेखाचित्र-
    • नयी पीढ़ी, नये विचार(1950 ई.)
    • ज़िन्दगी मुस्करायी (1954 ई.)
    • माटी हो गयी सोना (1957 ई.)

रेखाचित्र Question 9:

'माटी की मूरतें' के रचनाकार कौन हैं?

  1. प्रकाश चंद्र गुप्त
  2. महादेवी वर्मा
  3. रामवृक्ष बेनीपुरी
  4. हरिवंश राय बच्चन

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : रामवृक्ष बेनीपुरी

रेखाचित्र Question 9 Detailed Solution

  • रामवृक्ष बेनीपुरी के रेखा चित्र :-
    • माटी की मूरतें (1946),  गेहूं और गुलाब (1950),  लाल तारा (1938), मील के पत्थर 
    • अत: माटी की मूरते :- रामवृक्ष बेनीपुरी

Key Points

  • रामवृक्ष बेनीपुरी (23 दिसंबर, 1899 - 7 सितंबर, 1968)
  • उनके सम्मान में बिहार सरकार द्वारा वार्षिक अखिल भारतीय रामवृक्ष बेनीपुरी पुरस्कार दिया जाता है।
  • विधा :- संस्मरण तथा निबंध

Additional Information

  • रामवृक्ष बेनीपुरी जी.के "संस्मरण तथा निबन्ध":-
    • पतितों के देश में -1930-33
    • चिता के फूल -1930-32
    • लाल तारा -1937-39
    • कैदी की पत्नी -1940
    • माटी -1941-45
    • गेहूँ और गुलाब - 1948–50
    • जंजीरें और दीवारें
    • उड़ते चलो, उड़ते चलो
    • मील के पत्थर

रेखाचित्र Question 10:

'अतीत के चलचित्र' किसकी रचना है?

  1. सुम‍ित्रानन्‍दन पन्‍त
  2. मैथ‍िलीशरण गुप्‍त
  3. महादेवी वर्मा
  4. उपर्युक्त में से एक से अधिक
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : महादेवी वर्मा

रेखाचित्र Question 10 Detailed Solution

'अतीत के चलचित्र' रचना है- महादेवी वर्मा अन्य सभी विकल्प असंगत है। 

Key Pointsअतीत के चलचित्र -

  • रचनाकार - महादेवी वर्मा
  • विधा - रेखाचित्र 
  • प्रकाशन वर्ष - 1941 ई.
  • विषय - दलित संवेदना की अभिव्यक्ति

Important Pointsमहादेवी वर्मा - 

  • जन्म-  1907 - 1987 ई.
  • हिन्दी भाषा की कवयित्री थीं।
  • वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तम्भों[क] में से एक मानी जाती हैं।
  • मुख्य रचनाएँ (कविता) -
    • नीहार (1930 ई.)
    • रश्मि (1932 ई.)
    • नीरजा (1934 ई.)
    • सांध्यगीत (1936 ई.)
    • दीपशिखा (1942 ई.आदि
  • रेखाचित्र -
    • अतीत के चलचित्र (1941)
    • स्मृति की रेखाएं (1943)

Additional Informationसुमित्रानंदन पंत-

  • जन्म - 1900 - 1977 ई.
  • हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार स्तंभों में से एक हैं।
  • मुख्य रचनाएँ (कविता) -
    • वीणा (1919)
    • पल्लव (1926)
    • युगांत (1937)
    • युगपथ (1949)
    • चिदंबरा (1958)
    • कला और बूढ़ा चाँद (1959) आदि

मैथ‍िलीशरण गुप्‍त-

  • जन्म - 1886 - 1964 ई.
  • हिन्दी साहित्य के इतिहास में वे खड़ी बोली के प्रथम महत्त्वपूर्ण कवि हैं।
  • उन्हें साहित्य जगत में 'दद्दा' नाम से सम्बोधित किया जाता था।
  • मुख्य रचनाएँ (कविता)
    • ​साकेत (1931 ई.) 
    • रंग में भंग (1909 ई.)
    • भारत-भारती (1912 ई.)
    • पंचवटी (1925 ई.)
    • यशोधरा (1932 ई.
    • द्वापर (1936 ई.आदि

जयंशकर प्रसाद-

  • जन्म- 1889-1937 ई.
  • हिन्दी कवि, नाटककार, कहानीकार, उपन्यासकार तथा निबन्ध-लेखक थे। 
  • मुख्य रचनाएँ (कविता) -
    • प्रेम-पथिक (1909 ई.)
    • कानन कुसुम (1913 ई.)
    • झरना (1918 ई.)
    • आँसू (1925 ई.)
    • लहर (1934 ई.)
    • कामायनी (1936 ई.) आदि।
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