बहुभाषी कक्षा MCQ Quiz in தமிழ் - Objective Question with Answer for बहुभाषी कक्षा - இலவச PDF ஐப் பதிவிறக்கவும்

Last updated on Apr 13, 2025

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Latest बहुभाषी कक्षा MCQ Objective Questions

Top बहुभाषी कक्षा MCQ Objective Questions

बहुभाषी कक्षा Question 1:

विद्यालयी शिक्षा में ‘बहुभाषावाद' किस प्रकार से एक संसाधन है?

  1. जहाँ तक संभव हो, अधिक से अधिक भाषाओं का शिक्षण
  2. लचीली भाषा शिक्षा नीति को स्वीकृति
  3. कक्षा में शिक्षार्थियों की भाषाओं का प्रयोग
  4. कक्षा में इमे शिक्षण की विधि के रूप में अपनाना

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : कक्षा में शिक्षार्थियों की भाषाओं का प्रयोग

बहुभाषी कक्षा Question 1 Detailed Solution

विद्यालयी शिक्षा में 'बहुभाषावाद' एक महत्वपूर्ण संसाधन होता है जिससे छात्रों को विभिन्न भाषाओं में व्यापक ज्ञान प्राप्त करने का मौका मिलता है।

Key Points

विद्यालयी शिक्षा में ‘बहुभाषावाद' :

  • बहुभाषावाद के माध्यम से वे अन्य भाषाओं में लिखने, पढ़ने, बोलने और समझने की कला सीखते हैं।
  • बहुभाषावाद के माध्यम से छात्रों को एक अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण प्राप्त होता है जो उन्हें विदेशी भाषाओं के साथ भी अभिव्यक्ति करने की क्षमता प्रदान करता है।
  • इसके अलावा, बहुभाषावाद भी समाज में समंजस्य एवं समझौता बढ़ाता है, जिससे छात्रों को समाज में उनके साथियों के साथ बेहतर रिश्ते बनाने में मदद मिलती है।

इसलिए, बहुभाषावाद विद्यालयों में एक महत्वपूर्ण संसाधन है जो छात्रों को विभिन्न भाषाओं में अधिक सक्षम बनाता है।

बहुभाषी कक्षा Question 2:

मातृभाषा पर आधारित बहुभाषिकता क्या है?

  1. शिक्षार्थी अपनी विद्यालयी शिक्षा अपनी मातृभाषा में आरंभ करते हैं तथा आगे कम से कम दो भाषाएँ और पढ़ते हैं।
  2. शिक्षार्थी अपनी मातृभाषा, राज्य की भाषा, हिन्दी तथा संस्कृत सीखते हैं।
  3. शिक्षार्थी अपनी विद्यालयी शिक्षा अपने राज्य की भाषा में आरंभ करते हैं तथा आगे अंग्रेजी, हिन्दी तथा एक विदेशी भाषा और पढ़ते हैं।
  4. शिक्षार्थी अपनी विद्यालयी शिक्षा अंग्रेजी माध्यम में आरंभ करते हैं तथा आगे राज्य की भाषा, हिन्दी तथा अंग्रेजी पढ़ते हैं।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : शिक्षार्थी अपनी विद्यालयी शिक्षा अपनी मातृभाषा में आरंभ करते हैं तथा आगे कम से कम दो भाषाएँ और पढ़ते हैं।

बहुभाषी कक्षा Question 2 Detailed Solution

बहुभाषिकता: भिन्न-भिन्न प्रांतों के बच्चों द्वारा अलग-अलग प्रकार की भाषा बोले जाने को भाषायी विविधता या बहु-भाषिकता कहा जाता है। बहु-भाषिकता भारत की संस्कृति का अभिन्न अंग है।

  • बहुभाषिक कक्षा का अर्थ उस कक्षा से है जहाँ अलग अलग भाषाओं वाले बच्चे एक साथ सामान शिक्षा ग्रहण करते हैं। बहुभाषिक कक्षा में शिक्षण प्रक्रिया के दौरान शिक्षक सदैव विद्यार्थियों को उनकी मातृभाषा में बोलने के अवसर प्रदान करता है।
  • उदाहरण के लिए ,
  • अगर किसी बच्चे के घर में गुजराती, मराठी या हिंदी बोली जाती है और स्कूल में पढ़ाई का माध्यम इंग्लिश है तो ऐसे में बच्चा एक से अधिक भाषाओं के संपर्क में आता है। धीरे-धीरे वह कुशलता का एक स्तर हासिल करता है।
  • एक से अधिक भाषाओं के प्रति सम्मान का भाव और मूलतः एक से अधिक भाषाओं के इस्तेमाल के विचार को स्वीकार करना और उसे अपने दैनिक के जीवन में स्थान देना, उन सब भाषाओं का प्रयोग करना, सही अर्थों में बहुभाषिकता कहलाता है।

Key Points

बहुभाषिकता के क्रियान्वयन को प्रोत्साहित करने हेतु कार्यक्रम- 

  • एक से अधिक भाषा का ऐसा कार्यक्रम चलाना जिसमें बालक शामिल की गयी सभी भाषाओं में समान स्तर तक योग्यता प्राप्त कर ले।
  • सभी बच्चे अपनी विद्यालयी शिक्षा अपनी मातृभाषा घर की भाषा में आरंभ करते है तथा जैसे-जैसे प्रगति करते हैं उसमें और अधिक भाषाएँ जोड़ते जाते हैं।
  • एक से अधिक भाषा का ऐसा कार्यक्रम चलाना जिसमें बालक किसी एक भाषा में उच्च भाषायी योग्यता तथा बाकी भाषाओं में कामचलाऊ दक्षता प्राप्त कर ले।
  • सीखने-सिखाने के माध्यम के रूप में बहुभाषिक स्वभाव को अपनाना। सीखने-सिखाने के माध्यम में सहजता तथा संदर्भानुसार एक से अधिक भाषाओं का उपयोग करना।​

अतः, निष्कर्ष निकलता है कि मातृभाषा आधारित बहुभाषिकता के अंतर्गत शिक्षार्थी अपनी विद्यालयी शिक्षा अपनी मातृभाषा में आरंभ करते हैं तथा आगे कम से कम दो भाषाएँ और पढ़ते हैं।

बहुभाषी कक्षा Question 3:

कक्षा में 'बहुभाषिकता एक रणनीति के रूप' में प्रयुक्त करने से क्या तात्पर्य है?

  1. शिक्षार्थियों की समान भाषा को अंग्रेजी माध्यम की कक्षा में पाठ्यवस्तु के अनुवाद के लिए प्रयोग करना
  2. शिक्षार्थियों की भाषा को भाषाओं के शिक्षण-अधिगम तथा विषय वस्तु के लिए प्रयोग करना
  3. कक्षाकक्ष में निर्देश की माध्यम भाषा के सिवाय शिक्षार्थियों की अपनी भाषाओं को प्रयोग नहीं करने देना
  4. बहुभाषी वक्ता बनने के लिए विद्यालय में अनेक भाषाएँ सीखना

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : शिक्षार्थियों की भाषा को भाषाओं के शिक्षण-अधिगम तथा विषय वस्तु के लिए प्रयोग करना

बहुभाषी कक्षा Question 3 Detailed Solution

बहुभाषिक कक्षा का अर्थ उस कक्षा से है जहाँ अलग अलग भाषाओं वाले बच्चे एक साथ सामान शिक्षा ग्रहण करते हैं। बहुभाषिक कक्षा में शिक्षण प्रक्रिया के दौरान शिक्षक सदैव विद्यार्थियों को अपनी मातृभाषा में बोलने के अवसर प्रदान करते हैं।

Key Points 

बहुभाषिक कक्षा की विशेषताएं: 

  • बच्चों को उनकी गृहभाषा में कहने सुनने की आजादी देती है।
  • बहुभाषिक कक्षा में बच्चों की मातृभाषा को कक्षा में स्थान दिया जाता है। 
  • बच्चों को कक्ष के वातावरण से जोड़ कर उनमें भाषाई कौशल को विस्तार देती है।
  • बच्चों को संवादात्मक परिस्थितियों का सामना करने की योग्यता प्रदान करती है।

अतः निष्कर्ष निकलता है कि शिक्षार्थियों की भाषा को भाषाओं के शिक्षण-अधिगम तथा विषय वस्तु के लिए प्रयोग करना कक्षा में 'बहुभाषिकता एक रणनीति के रूप' में प्रयुक्त करने का तरीका है।

बहुभाषी कक्षा Question 4:

ट्रांस-लेंगुएजिंग (एक भाषा से दूसरी भाषा में जाना) के सम्बन्ध में इन कथनों (अ) और (ब) पर विचार करें।

(अ) ट्रांस-लेंगुएजिंग बहुभाषावाद का एक लचीला स्वरूप है।

(ब) ट्रांस-लेंगुएजिंग सम्प्रेषण क्षमता के संवर्द्धन के लिए जानी गई भाषाओं के बीच एक भाषा से दूसरी में व्यवहार करना है।

  1. (अ) सही है, (ब) गलत है।
  2. (अ) गलत है, (ब) सही है।
  3. (अ) और (ब) दोनों सही हैं।
  4. (अ) और (ब) दोनों गलत हैं।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : (अ) और (ब) दोनों सही हैं।

बहुभाषी कक्षा Question 4 Detailed Solution

ट्रांसलैंग्युजिंग(एक भाषा से दूसरी भाषा में जाना)एक कक्षा में एक से अधिक भाषाओं का उपयोग करने की एक शैक्षणिक प्रक्रिया को संदर्भित करता है या इसका उपयोग यह बताने के लिए किया जाता है कि द्विभाषी अपने भाषाई संसाधनों का उपयोग अपने आसपास की दुनिया को समझने और बातचीत करने के लिए किस प्रकार से करते हैं। 

ट्रांसलैंग्युजिंग में शामिल निम्नलिखित बिंदुये है-

  • ट्रांसलैंग्युजिंग में विभिन्न भाषा के साथ तुलना करना और उनका प्रयोग करना।
  • ट्रांसलैंग्युजिंग लचीला बहुभाषावाद है। और ट्रांसलैंग्युजिंग बहुभाषावाद का ही परिणाम है।
  • इसके अंतर्गत गतिविधि के एक भाग में घर की भाषा का और दूसरे भाग में विद्यालयी भाषा का प्रयोग करना। 
  • ट्रांसलैंग्युजिंग सम्प्रेषण क्षमता के संवर्द्धन के लिए जानी गई भाषाओं के बीच एक भाषा से दूसरी में व्यवहार करना है।
  • ट्रांसलैंग्युजिंग का प्रयोग शैक्षणिक परिवेश में किया जाता है।
  • ट्रांसलैंग्युजिंग द्वारा शिक्षार्थियों को विषयवस्तु और भाषाएँ सिखाने के लिए उनकी भाषा/भाषाओं का प्रयोग करना सिखाया जाता है।

अतः यह निष्कर्ष निकलता है कि कथन (अ) और (ब) दोनों सही हैं।(अ) ट्रांस-लेंगुएजिंग बहुभाषावाद का एक लचीला स्वरूप है।,(ब) ट्रांस-लेंगुएजिंग सम्प्रेषण क्षमता के संवर्द्धन के लिए जानी गई भाषाओं के बीच एक भाषा से दूसरी में व्यवहार करना है।

बहुभाषी कक्षा Question 5:

द्विभाषी शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में शिक्षार्थी की घर की भाषा के साथ-साथ और किसका प्रयोग किया जाता है?

  1. प्रथम भाषा में निर्देश दिए जाते हैं।
  2. द्वितीय भाषा में अतिरिक्त निर्देश दिए जाते हैं।
  3. संकेत भाषा सिखाई जाती है।
  4. सार्वभौमिक व्याकरण सिखाई जाती है

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : द्वितीय भाषा में अतिरिक्त निर्देश दिए जाते हैं।

बहुभाषी कक्षा Question 5 Detailed Solution

द्विभाषिकता- किसी बच्चे में दो भाषाओं के बोले जाने का कौशल द्विभाषिकता कहलाता है। द्विभाषी बच्चे अन्य भाषाओं पर भी अच्छा नियंत्रण रखते हैं तथा शैक्षिक स्तर पर भी रचनात्मक होते हैं।

Key Points

  • द्विभाषिक शिक्षा एक शैक्षिक प्रक्रिया है जिसमें शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में दो भाषाओं का प्रयोग किया जाता है।|
  • द्विभाषी शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में शिक्षार्थी की घर की भाषा के साथ-साथ द्वितीय भाषा में अतिरिक्त निर्देश दिए जाते हैं।
  • द्विभाषी बच्चों में सामाजिकता और सहिष्णुता भी पायी जाती है। उनका भाषिक खजाने की व्यापकता पर नियंत्रण होता है।
  • द्विभाषी बच्चें विविध स्तर की सामाजिक परिस्थितिओं से कुशलता से जूझने में सक्षम होते हैं। ऐसे बच्चें विविध सोच में अच्छा प्रदर्शन करते हैं।

अतः हम कह सकते हैं कि द्विभाषी शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में शिक्षार्थी की घर की भाषा के साथ-साथ द्वितीय भाषा में अतिरिक्त निर्देश दिए जाते हैं। 

बहुभाषी कक्षा Question 6:

ट्रांस-लेंगुएजिंग (एक भाषा से दूसरी भाषा में जाना) के सम्बन्ध में इन कथनों (अ) और (ब) पर विचार करें।

(अ) पाठ्यपुस्तक में दिये गये तथ्यों को घर की बोलचाल की भाषा में समझाना ट्रांस-लेंगुएजिंग है।

(ब) ट्रांस-लेंगुएजिंग सम्प्रेषण क्षमता के संवर्द्धन के लिए जानी गई भाषाओं के बीच एक भाषा से दूसरी में व्यवहार करना है।

  1. (अ) सही है, (ब) गलत है।
  2. (अ) गलत है, (ब) सही है।
  3. (अ) और (ब) दोनों सही हैं।
  4. (अ) और (ब) दोनों गलत हैं।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : (अ) और (ब) दोनों सही हैं।

बहुभाषी कक्षा Question 6 Detailed Solution

ट्रांसलैंग्युजिंग(एक भाषा से दूसरी भाषा में जाना)एक कक्षा में एक से अधिक भाषाओं का उपयोग करने की एक शैक्षणिक प्रक्रिया को संदर्भित करता है या इसका उपयोग यह बताने के लिए किया जाता है कि द्विभाषी अपने भाषाई संसाधनों का उपयोग अपने आसपास की दुनिया को समझने और बातचीत करने के लिए किस प्रकार से करते हैं। 

Key Pointsट्रांसलैंग्युजिंग में शामिल निम्नलिखित बिंदुये है-

  • ट्रांसलैंग्युजिंग में विभिन्न भाषा के साथ तुलना करना और उनका प्रयोग करना।
  • ट्रांसलैंग्युजिंग लचीला बहुभाषावाद है। और ट्रांसलैंग्युजिंग बहुभाषावाद का ही परिणाम है।
  • इसके अंतर्गत गतिविधि के एक भाग में घर की भाषा का और दूसरे भाग में विद्यालयी भाषा का प्रयोग करना। 
  • ट्रांसलैंग्युजिंग सम्प्रेषण क्षमता के संवर्द्धन के लिए जानी गई भाषाओं के बीच एक भाषा से दूसरी में व्यवहार करना है।
  • ट्रांसलैंग्युजिंग का प्रयोग शैक्षणिक परिवेश में किया जाता है।
  • ट्रांसलैंग्युजिंग द्वारा शिक्षार्थियों को विषयवस्तु और भाषाएँ सिखाने के लिए उनकी भाषा/भाषाओं का प्रयोग करना सिखाया जाता है।

अतः यह निष्कर्ष निकलता है कि कथन (अ) और (ब) दोनों सही हैं। (अ) पाठ्यपुस्तक में दिये गये तथ्यों को घर की बोलचाल की भाषा में समझाना ट्रांस-लेंगुएजिंग है।, (ब) ट्रांस-लेंगुएजिंग सम्प्रेषण क्षमता के संवर्द्धन के लिए जानी गई भाषाओं के बीच एक भाषा से दूसरी में व्यवहार करना है।

बहुभाषी कक्षा Question 7:

द्विभाषी बच्चे या दो भाषा जानने वाले बच्चे किसी से बात करते समय प्राय: एक भाषा के शब्दों का प्रयोग करते हैं, कहलाता है -

  1. संकेत-बदलना
  2. संकेत- मिश्रित करना
  3. बहुभाषिकता
  4. दक्षता स्तर

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : संकेत-बदलना

बहुभाषी कक्षा Question 7 Detailed Solution

संकेत एक शब्द है जिसका प्रयोग 'भाषा, भाषण, विविधता, या बोली' के बजाय किया जाता है।

  • 'संकेत-मिश्रित करना'- कोड-स्विचिंग शब्द से पता चलता है, यह बोलते समय दो कोड या दो भाषाओं को मिलाने की घटना है। उदाहरण के लिए, 'उसे गुस्सा होने दो, मैं उसे मेनेंग नहीं रख सकता'।
  • कोड-स्विचिंग- 'कोड-स्विचिंग' से तात्पर्य दो भाषाओं के बीच बारी-बारी से करने की प्रथा से है, यानी एक भाषा में कुछ वाक्य बोलना और फिर दूसरी भाषा में स्विच करना।
  • संकेत-बदलना-  कोड-स्विचिंग में भाषाओं के बीच स्विच करना शामिल है। लेकिन जब एक बहुभाषी वक्ता वैकल्पिक भाषाओं में धाराप्रवाह बोलता है, तो इसे संकेत-बदलना कहते हैं। अर्थात संकेत-बदलने में साममने वाले की सहूलियत के अनुसार द्विभाषी बच्चे या दो भाषा जानने वाले बच्चे प्राय: एक भाषा के शब्दों का प्रयोग करते हैं।

अतः हम कह सकते हैं कि द्विभाषी बच्चे या दो भाषा जानने वाले बच्चे किसी से बात करते समय प्राय: एक भाषा के शब्दों का प्रयोग करते हैं, तो यह संकेत-बदलना कहलाता है।

Additional Information

  • कोड मिक्सिंग और कोड-स्विचिंग दो भाषाओं का एक साथ उपयोग करने की घटना है। इनका अभ्यास वे लोग करते हैं जो दक्ष द्विभाषी हैं।
  • कोड-मिक्सिंग और कोड-स्विचिंग का अभ्यास काफी हद तक अनौपचारिक भाषण तक और कभी-कभी बहुत ही अनौपचारिक लेखन जैसे व्यक्तिगत पत्रों तक ही सीमित है।
  • वक्ता कभी-कभी फैशनेबल लगने के लिए कोडों को मिलाने का एक जानबूझकर चुनाव करते हैं और दूसरी बार चुनाव इस तथ्य से तय होता है कि वक्ता जो बताना चाहते हैं वह दूसरी भाषा की तुलना में एक भाषा में बेहतर तरीके से व्यक्त किया जाता है।
  • इसलिए, जब एक वक्ता किसी ऐसे व्यक्ति के साथ बातचीत में संलग्न होता है जो वक्ता द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली दो भाषाओं में समान रूप से परिचित होता है, तो वह जो कुछ बताना चाहती है, उसके बारे में सटीक होने के लिए कोड को मिला और बदल सकती है।

बहुभाषी कक्षा Question 8:

एक युक्ति के रूप में बहुभाषावाद से क्या अभिप्राय है?

  1. विद्यालय में बहुत सी भाषाओं का शिक्षण
  2. सभी शिक्षार्थियों की मातृभाषाओं का शिक्षण-अधिगम
  3. शिक्षार्थियों की भाषाओं का प्रयोग करना
  4. शिक्षार्थियों को विदेशी भाषाएँ सीखने के अवसर देना

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : शिक्षार्थियों की भाषाओं का प्रयोग करना

बहुभाषी कक्षा Question 8 Detailed Solution

बहुभाषावाद का तात्पर्य एक से अधिक भाषाओं को कुशलतापूर्वक बोलने से है।

  • बहुभाषावाद एक बच्चे की पहचान का गठन करता है और भारतीय भाषाई परिदृश्य की एक विशिष्ट विशेषता का उपयोग एक रचनात्मक भाषा शिक्षक द्वारा एक उपकरण, संसाधन और कक्षा रणनीति के रूप में किया जाना चाहिए।

Important Points

  • एक रणनीति के रूप में बहुभाषावाद का अर्थ है स्कूल में शिक्षार्थियों की भाषाओं का शिक्षण-सीखना। यह उनकी भाषाई पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना सभी छात्रों का समावेश सुनिश्चित करता है।
  • बहुभाषावाद के माहौल में, छात्रों को न केवल अपनी प्राथमिक भाषा में महारत हासिल करने का अवसर मिलता है, बल्कि एक ही समय में कई भाषाओं को कुशलतापूर्वक सीखने का अवसर भी मिलता है।
  • बहुभाषी छात्र एक प्रेरक वातावरण में सभी भाषाओं में नियम बनाते हैं जो उन्हें अवलोकन, कटौती और तर्क जैसे अपने कौशल को तेज करने में मदद करता है जिससे भाषाई और संज्ञानात्मक लचीलेपन में वृद्धि होती है।

इस प्रकार, यह निष्कर्ष निकाला जाता है कि 'बहुभाषावाद' शिक्षार्थियों की भाषाओं का प्रयोग करना​ है।

बहुभाषी कक्षा Question 9:

भारत की विद्यालयी शिक्षा में भाषा युक्ति क्या कहलाती है?

  1. बहुभाषावाद
  2. त्रि-भाषा सूत्र
  3. कार्यालयी भाषा नीति 
  4. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : त्रि-भाषा सूत्र

बहुभाषी कक्षा Question 9 Detailed Solution

त्रि-भाषा सूत्र भारत में 1968 के राष्ट्रीय नीति प्रस्ताव में प्रतिपादित किया गया है।

  • जो "संबंधित राज्यों की हिंदी, अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषा के अध्ययन के लिए प्रदान किया गया है।
  • एनईपी 2020 में, बहुभाषावाद और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिए त्रि-भाषा सूत्र पर जोर देने का निर्णय लिया गया था।
  • त्रिभाषा सूत्र (कोठारी आयोग 1968)
    • पहली भाषा: यह मातृभाषा या क्षेत्रीय भाषा होगी।
    • दूसरी भाषा: हिंदी भाषी राज्यों में यह अन्य आधुनिक भारतीय भाषाएं या अंग्रेजी होगी। गैर-हिंदी भाषी राज्यों में, यह हिंदी या अंग्रेजी होगी।
    • तीसरी भाषा: हिंदी भाषी राज्यों में, यह अंग्रेजी या आधुनिक भारतीय भाषा होगी। गैर-हिंदी भाषी राज्य में, यह अंग्रेजी या आधुनिक भारतीय भाषा होगी।

अतः हम कह सकते हैं कि भारत की विद्यालयी शिक्षा में भाषा युक्ति त्रि-भाषा सूत्र कहलाती है।

बहुभाषी कक्षा Question 10:

भारतीय बहुभाषावाद की एक उल्लेखनीय विशिष्टता भाषा का लिपि से संबंध न होना है। उदाहरण के लिए  

  1. कोई दो भाषाओं में लिख सकता है।
  2. कोई एक भाषा में लिख तो सकता है परन्तु उस भाषा में बोल नहीं सकता है।
  3. कोई देवनागरी लिपि का प्रयोग करते हुए उर्दू भाषा लिख सकता है।
  4. कोई ध्वनि विज्ञान संबंधी संकेतों का प्रयोग करते हुए अंग्रेजी लिख सकता है।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : कोई देवनागरी लिपि का प्रयोग करते हुए उर्दू भाषा लिख सकता है।

बहुभाषी कक्षा Question 10 Detailed Solution

वास्‍तव में संसार की सभी भाषाएं एक ही लिपि में लिखी जा सकती हैं और एक ही भाषा को लिखने के लिए आप संसार की सभी लिपियों का प्रयोग कर सकते हैं।

Key Points

  • भाषा बोली भी जाती है और भाषा को किसी भी लिपि में लिख सकते हैं, अर्थात्
  • भाषा को थोडा फेरबदल करके सभी लिपि में लिखा जा सकता है।
  •  उदाहरण के लिए हिन्दी व अंग्रेजी भाषा व देवनागरी व रोमन लिपि को लीजिए:
    • हिन्‍दी (देवनागरी): मोहन खेल रहा है।
    • उर्दू : موہن کھیل رہا ہے۔
    • हिन्‍दी (रोमन): mohan khel raha hai.
    • अंग्रेज़ी (रोमन): Mohan is playing.
    • अंग्रेज़ी (देवनागरी): मोहन इज़ प्‍लेइंग।

अतः, यह कहा जा सकता है कि भारतीय बहुभाषावाद की एक उल्लेखनीय विशिष्टता भाषा का लिपि से संबंध न होना है। उदाहरण के लिए कोई देवनागरी लिपि का प्रयोग करते हुए उर्दू भाषा लिख सकता है।

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