Question
Download Solution PDF“मुक्तिबोध का काव्य-संकलन 'चाँद का मुँह टेढ़ा है' एक बड़े कलाकार की ‘स्कैच बुक' लगती है।” – यह किस आलोचक का कथन है ?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDF“मुक्तिबोध का काव्य-संकलन 'चाँद का मुँह टेढ़ा है' एक बड़े कलाकार की ‘स्कैच बुक' लगती है।” – यह नामवर सिंह आलोचक का कथन है
Key Pointsनामवर सिंह-
- जन्म- 1926-2019 ई.
- आलोचनात्मक ग्रंथ-
- छायावाद(1955ई.)
- इतिहास और आलोचना(1957ई.)
- कहानी:नयी कहानी(1965ई.)
- कविता के नये प्रतिमान(1968ई.)
- दूसरी परंपरा की खोज(1982ई.) आदि।
Important Pointsरामस्वरूप चतुर्वेदी-
- आलोचना कृति-
- शरत् के नारी पात्र (1955)
- हिन्दी नवलेखन (1960)
- आगरा जिले की बोली (1961)
- भाषा और संवेदना (1964)
- अज्ञेय और आधुनिक रचना की समस्या (1968)
- हिंदी साहित्य की अधुनातन प्रवृत्तियाँ (1969)
- कामायनी का पुनर्मूल्यांकन (1970)
- मध्यकालीन हिंदी काव्यभाषा (1974)
- नयी कविताएँ: एक साक्ष्य (1976)
शमशेर बहादुर सिंह-
- जन्म-1911-1993 ई.
- दूसरा सप्तक के महत्तवपूर्ण कवि रहे है।
- मुख्य रचनाएँ-
- कुछ कविताएँ(1959 ई.)
- कुछ और कविताएँ(1961 ई.)
- चुका भी हूँ मैं नहीं(1975 ई.)
- इतने अपने पास(1980 ई.) आदि।
रामविलास शर्मा-
- प्रसिद्धि - आधुनिक हिंदी के महत्वपूर्ण मार्क्सवादी समीक्षक के रूप में।
- पुरस्कार -
- 1970 में 'निराला की साहित्य साधना के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार।
- 1991 में 'भारत के प्राचीन भाषा परिवार और हिंदी' के लिए व्यास सम्मान।
- प्रमुख आलोचनात्मक कृतियाँ -
- निराला (1946)
- प्रेमचंद और उनका युग (1952)
- आचार्य रामचंद्र शुक्ल और हिंदी आलोचना (1955)
- निराला की साहित्य साधना (तीन भाग - 1969,1972,1976)
- नयी कविता और अस्तित्ववाद (1978) आदि।
Last updated on Jul 7, 2025
-> The MPPSC Assistant Professor exam for Group 1 posts will be held on 27th July 2025.
-> MPPSC Assistant Professor 2025 Notification has been released for 2117 vacancies.
-> The selected candidates will get a salary of Rs. 57,700 to Rs. 1,82,400.
-> Candidates who want a successful selection for the post must refer to the MPPSC Assistant Professor Previous Year Papers to understand the type of questions in the examination.