व्याकरण MCQ Quiz - Objective Question with Answer for व्याकरण - Download Free PDF
Last updated on May 16, 2025
Latest व्याकरण MCQ Objective Questions
व्याकरण Question 1:
किस विद्वान ने प्रविशेषण को अन्तर्विशेषण कहा है?
Answer (Detailed Solution Below)
व्याकरण Question 1 Detailed Solution
कामता प्रसाद गुरु विद्वान ने प्रविशेषण को अन्तर्विशेषण कहा है।
Key Pointsकामता प्रसाद गुरु -
- जन्म - 1875 ई.
- जन्म स्थान - सागर मध्य प्रदेश में
- मृत्यु - 1947 ई.
- मुख्य -
- उनकी असाधारण ख्याति का आधार उनकी रचना 'हिंदी व्याकरण' है।
- जिसका प्रकाशन सर्वप्रथम नागरिक प्रचारिणी सभा काशी ने अपनी लेखमाला में तथा 1978 ई. पहली बार सभा के पुस्तकार रूप में प्रकाशित हुआ।
- यह हिंदी का सबसे बड़ा प्रमाणिक व्याकरण माना जाता है।
- संक्षिप्त हिंदी व्याकरण,मध्य हिंदी व्याकरण और प्रथम हिंदी व्याकरण इसी के संक्षिप्ताकृत संस्करण है।
- कामता प्रसाद गुरु को हिंदी व्याकरण का पाणिनि कहा जाता है।
Important Pointsडॉ .भोलानाथ तिवारी-
- जन्म- 1923 - 1989 ई.
- हिन्दी के कोशकार, भाषावैज्ञानिक एवं भाषाचिन्तक थे।
- उनके द्वारा रचित प्रमुख ग्रन्थ हैं-
- भाषाविज्ञान
- शब्दों का जीवन
- शब्दों का अध्ययन
- शब्द विज्ञान
- भाषाविज्ञान कोश
- अनुवाद विज्ञान
- तुलसी शब्द -सागर
- भारतीय भाषा विज्ञान की भूमिका
- राज भाषा हिन्दी
- हिन्दी भाषा की संरचना
- भाषा चिंतन
किशोरीदास वाजपेयी
- जन्म- 1898-1981ई.
- इनका सम्बन्ध भाषा विज्ञान क्षेत्र से अधिक था।
- प्रमुख रचनाएँ-
- ब्रजभाषा का व्याकरण
- राष्ट्रीय भाषा का प्रथम व्याकरण
- हिंदी शब्द-निर्णय आदि।
व्याकरण Question 2:
किस विद्वान के अनुसार, "'तक, भर, मात्र, वैसा, सा, आजकल, परसो आदि अव्यय नहीं हैं, क्योंकि इनके आगे कारक की विभक्तियों का प्रयोग होता है"?
Answer (Detailed Solution Below)
व्याकरण Question 2 Detailed Solution
कामताप्रसाद गुरु विद्वान के अनुसार, "'तक, भर, मात्र, वैसा, सा, आजकल, परसो आदि अव्यय नहीं हैं, क्योंकि इनके आगे कारक की विभक्तियों का प्रयोग होता है"?
Key Points
- यह कथन कामताप्रसाद गुरु के अनुसार है।
- हिंदी भाषा के ज्ञाता और व्याकरण के विद्वान कामताप्रसाद गुरु ने यह बताया है
- कि शब्द जैसे "तक, भर, मात्र, वैसा, सा, आजकल, परसों आदि" अव्यय नहीं माने जाते हैं
- क्योंकि इनके आगे कारक की विभक्तियों का प्रयोग होता है।
- इन शब्दों के संदर्भ में विभक्ति का प्रयोग इनके अव्यय होने की अवधारणा को दूर करता है।
Important Pointsकामताप्रसाद गुरु -
- (1875 - 16 नवंबर 1947)
- हिंदी भाषा के व्याकरण के विशेषज्ञ थे। वे हिंदी व्याकरण पुस्तक के लेखक थे।
- "सत्य', "प्रेम', "पार्वती और यशोदा' (उपन्यास), "भौमासुर वध', "विनय पचासा' (ब्रजभाषा काव्य),
- "पद्य पुष्पावली', "सुदर्शन' (पौराणिक नाटक) तथा "हिंदुस्तानी शिष्टाचार' इनकी उल्लेखनीय कृतियाँ हैं।
Additional Informationभोलानाथ तिवारी-
- (4 नवम्बर, 1923-25 अक्टूबर, 1989)
- हिन्दी के कोशकार, भाषावैज्ञानिक एवं भाषाचिन्तक थे।
- हिन्दी के शब्दकोशीय और भाषा-वैज्ञानिक आयाम को समृद्ध और संपूर्ण करने का सर्वाधिक श्रेय डॉ॰ तिवारी को मिलता है।
- प्रमुख ग्रन्थ-
- भाषाविज्ञान,
- हिन्दी भाषा की संरचना,
- अनुवाद के सिद्धान्त और प्रयोग,
- कोश-रचना,
- साहित्य समालोचन ,
- सम्पूर्ण अंग्रेज़ी-हिन्दी शब्दकोश,
- वृहत् हिन्दी लोकोक्ति कोश आदि।
रामकुमार वर्मा-
- (15 सितम्बर, 1905 - 1990)
- हिन्दी के सुप्रसिद्ध साहित्यकार, व्यंग्यकार और हास्य कवि के रूप में जाने जाते हैं।
- आधुनिक हिन्दी साहित्य में 'एकांकी सम्राट' के रूप में जाने जाते हैं।
- कृतियाँ -
- 'वीर हमीर' (काव्य-सन 1922 ई.)
- 'चित्तौड़ की चिंता' (काव्य सन् 1929 ई.)
- 'साहित्य समालोचना' (सन 1929 ई.)
- 'अंजलि' (काव्य-सन 1930 ई.)
- 'अभिशाप' (कविता-सन 1931 ई.)
- 'हिन्दी गीतिकाव्य' (संग्रह-सन 1931 ई.)
- 'निशीथ' (कविता-सन 1935 ई.)।
दामोदर पंडित-
- भारत में हिन्दी के प्रथम वैयाकरणाचार्य माने जाते थे।
- दामोदर पण्डित ने गद्य में 'उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण' की रचना की थी।
- इनके द्वारा रचित 'उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण' हिन्दी व्याकरण का पहला ग्रंथ है।
- इसका रचना काल बारहवीं शती पूर्वार्द्ध का माना जाता है।
- 'प्राकृत पैगलम्' दामोदर पण्डित द्वारा रचित एक काव्य ग्रन्थ है,
- जो काशी के राजकुमारों को बाज़ार की भाषा सिखलाने के लिए रची गई थी।
- काशिकेय के मतानुसार काशीश्वर राना की प्रशंसा इसी काव्य का अंश है।[
व्याकरण Question 3:
Comprehension:
परमार्थ की इच्छा अच्छी भावना है।
Answer (Detailed Solution Below)
व्याकरण Question 3 Detailed Solution
'कामना' सही उत्तर है।Key Points
- कामना का अर्थ - इच्छा है।
- कामिनी का अर्थ-सुन्दर स्त्री
- कांता का अर्थ-चमक
- रमणी का अर्थ - सुन्दर स्त्री
- अतः स्पष्ट है परमार्थ की इच्छा अच्छी भावना है।वाक्य में इच्छा का अर्थ कामना है।
Important Points
- वह व्यक्ति जिसका ज्ञान शून्य हो -अज्ञ
- वह जो आक्रमण करने वाला हो -अभियोगी
- जिसका आज ही विवाह हुआ हो -सद्यः परिणित
व्याकरण Question 4:
Comprehension:
'वह आंख से कुबड़ा है।'
Answer (Detailed Solution Below)
व्याकरण Question 4 Detailed Solution
'वह आंख से कुबड़ा है।' इस वाक्य में रेखांकित शब्द के अर्थ स्थान पर उचित शब्द होगा- दृष्टिहीन अन्य सभी विकल्प असंगत है।Key Points
- अशुद्ध वाक्य - वह आंख से कुबड़ा है।
- दिए गये वाक्य में 'शब्द-अर्थ प्रयोग' की त्रुटि है।
- यहाँ 'कुबड़ा' सार्थक शब्द नही है और इससे सही अर्थ प्रकट नही हो रहा।
- अत: सार्थक शब्द 'दृष्टिहीन' होना चाहिए।
- शुद्ध वाक्य - 'वह आंख से दृष्टिहीन है।
- 'कुबड़ा' का अर्थ- जिसकी पीठ टेढ़ी हो गई हो।
- 'दृष्टिहीन' का अर्थ- जिसे दिखाई न पड़े, जो न देख सके।
Important Pointsशब्द-अर्थ प्रयोग की अशुद्धि:-
अशुद्ध वाक्य | शुद्ध वाक्य |
उसकी भाषा देवनागरी है। | उसकी लिपि देवनागरी है। |
कोहिनूर एक अमूल्य हीरा है। | कोहिनूर एक बहुमूल्य हीरा है। |
स्कूल में व्याकरण की विद्या दी जाती है। | स्कूल में व्याकरण की शिक्षा दी जाती है। |
सुमन को अपने रुप पर गौरव है। | सुमन को अपने रुप पर गर्व है। |
समालोचक साहित्य का अंवेषण करते हैं। | समालोचक साहित्य का अनुशीलन करते हैं। |
Additional Information
शब्द | अर्थ |
गूंगा | जो बोल न सके, मूक। |
वाचाल | बहुत अधिक बोलने वाला, बकवादी, बातूनी। |
बहरा | जिसे कानों से सुनाई न देता हो |
व्याकरण Question 5:
Comprehension:
यह अशोक कितना हरा भरा है।
Answer (Detailed Solution Below)
व्याकरण Question 5 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में ‘अशोक’ का उचित अनेकार्थक शब्द 'एक वृक्ष' है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।Key Points
- ‘शोकरहित, एक वृक्ष, मगधराज’ आदि ‘अशोक’ के ही अनेकार्थक शब्द है।
- स्वामी, राजा, ईश्वर अनेकार्थक शब्द है।
- 'उत्तर’, ‘एक दिशा का नाम, जवाब’ अनेकार्थक शब्द है।
Additional Information
शब्द |
परिभाषा |
उदाहरण |
अनेकार्थी शब्द |
जिन शब्दों के एक से अधिक अर्थ होते हैं, उन्हें 'अनेकार्थी शब्द' कहते है। |
काक- कौआ, लँगड़ा आदमी, अतिधृष्ट। |
शब्द |
अनेकार्थक शब्द |
आभीर |
अहीर, एक राग आदि। |
अगज |
पहाड़ से उत्पन्न, हाथी से भिन्न आदि। |
इंगित |
अभिप्राय, संकेत, हिलना-डुलना आदि। |
Top व्याकरण MCQ Objective Questions
'हमें हमारा सामान वापिस दे दो।' वाक्य में अनुचित पद है:
Answer (Detailed Solution Below)
व्याकरण Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDF'हमें हमारा सामान वापिस दे दो'। अतः 'वापिस दे दो' यह सही विकल्प है। अन्य सभी विकल्प असंगत है।
Key Points
- अशुद्ध वाक्य :- हमें हमारा सामान वापिस दे दो।
- शुद्ध वाक्य :- हमें हमारा सामान लौटा दो।
- यहाँ 'अनावश्यक संज्ञा पद' का प्रयोग हुआ है।
Additional Information
- ऐसे संज्ञा पद जिनकी आवश्यकता न हो पर उनका प्रयोग किया जाए तो वहाँ अनावश्यक संज्ञा पदों की अशुद्धियाँ हो जाती हैं।
- उदाहरण -
- अशुद्ध वाक्य - मैं मंगलवार के दिन व्रत रखता हूँ।
- शुद्ध वाक्य - मैं मंगलवार को व्रत रखता हूँ।
व्याकरण के नियमों में बँधे, वाक्य में प्रयुक्त शब्द ______ कहलाते हैं।
Answer (Detailed Solution Below)
व्याकरण Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 4 ‘पद’ है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं।
Key Points
- व्याकरण के नियमों में बँधे, वाक्य में प्रयुक्त शब्द पद कहलाते हैं।
- जब कोई शब्द वाक्य में प्रयोग किया जाता है तो पद कहलाता है।
- जैसे- 'परिश्रम' एक शब्द है, जब इस शब्द को वाक्य में प्रयोग कर दें जैसे 'परिश्रम का फल मीठा होता है, तो यह पद कहलाता है।
Additional Information
- व्याकरण - वह विद्या जिसके अंतर्गत बोलचाल और साहित्य में प्रयुक्त भाषा के स्वरूप, उसके गठन, अवयवों तथा प्रकारों, उनके पारस्परिक संबंधों और रचनाविधान तथा रूप परिवर्तन का विवेचन किया जाता है।
- वाक्य - वाक्य, दो या दो से अधिक शब्दों के सार्थक समूह को कहते हैं। उदाहरण के लिए 'मोहन पढ़ रहा है।' यह एक वाक्य है।
- शब्द - वर्णों या ध्वनियों के सार्थक वर्ण-समुदाय को 'शब्द' कहते है। जैसे- घर, कार।
शब्द रचना विधि के आधार पर चार विधियाँ हैं:
Answer (Detailed Solution Below)
व्याकरण Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFKey Points
शब्द |
परिभाषा |
उदाहरण |
उपसर्ग |
ऐसे शब्दांश जो किसी शब्द के पूर्व जुड़कर उसके अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं। |
प्रति + क्षण = प्रतिक्षण सम् + गम = संगम |
प्रत्यय |
शब्द के उपरांत जिस शब्द का प्रयोग किया जाता है वह प्रत्यय है। |
जैसे - ता, औना, अन, अत श्रो + ता = श्रोता |
संधि |
दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। |
विद्या + अर्थी = विद्यार्थी महा + ईश = महेश |
समास | समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। | जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र |
रचना के आधार पर शब्दों के तीन भेद माने गए हैं -
शब्द |
परिभाषा |
उदाहरण |
रूढ़ शब्द |
जो शब्द हमेशा किसी विशेष अर्थ को प्रकट करते हो तथा जिनके खण्डों का कोई अर्थ न निकले, उन्हें 'रूढ़' कहते है। इन शब्दों का निर्माण अन्य शब्दों के मेल या संयोग से नहीं होता। |
'नाक' शब्द में 'ना' और 'क' का कोई अर्थ नहीं निकल रहा है। |
यौगिक शब्द |
जो शब्द अन्य शब्दों के योग से बने हो तथा जिनके प्रत्येक खण्ड का कोई अर्थ हो, उन्हें यौगिक शब्द कहते है। यह मेल प्रत्यय, उपसर्ग तथा अन्य रूढ़ शब्दों का होता है। |
डाकघर, पीला - पन, देशवासी आदि। |
योगरूढ़ शब्द |
जो शब्द अन्य शब्दों के योग से बनते हो, परन्तु एक विशेष अर्थ के लिए प्रसिद्ध होते है, उन्हें योगरूढ़ शब्द कहते है। इन शब्दों के सांकेतिक अर्थ होते हैं। |
पंकज, जलज, लम्बोदर आदि। |
तत्सम शब्द | जो शब्द संस्कृत से सीधे हिन्दी में उसी प्रकार स्वीकार लिए गये।उन्हें तत्सम शब्द कहा जाता है। जैसे: सूर्य,दिवस आदि। |
तद्भव शब्द | जो शब्द संस्कृत के ही है।परन्तु काल के बीतने पर उनमे थोड़ा परिवर्तन हुआ है।उन्हें हम तद्भव शब्द कहते है।जैसे: सूरज,दिन आदि। |
देशज शब्द | जो शब्द क्षेत्रीय भाषाओ के प्रभाव से हिन्दी में प्रयुक्त होने लगे।उन्हें हम देशज शब्द कहते है।जैसे: धडाम,लोटा आदि। |
विदेशी शब्द | जो शब्द विदेशी भाषाओ के प्रभाव से हिन्दी में बोले जाने लगे।उन्हें हम विदेशी शब्द कहते है।जैसे:टिकट,रेल,अकादमी आदि। |
- जिन शब्दों का रूप-परिवर्तन होता रहता है वे विकारी शब्द कहलाते हैं। जैसे-कुत्ता, कुत्ते, कुत्तों, मैं मुझे,हमें अच्छा, अच्छे खाता है, खाती है, खाते हैं। इनमें संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया विकारी शब्द हैं।
- जिन शब्दों के रूप में कभी कोई परिवर्तन नहीं होता है वे अविकारी शब्द कहलाते हैं। जैसे - अव्यय आदि।
वाक्यों में प्रयुक्त शब्द कहलाते हैं:
Answer (Detailed Solution Below)
व्याकरण Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFवाक्यों में प्रयुक्त शब्द कहलाते हैं- पद
Key Points
- व्याकरण के नियमों में बँधे, वाक्य में प्रयुक्त शब्द पद कहलाते हैं।
- जब कोई शब्द वाक्य में प्रयोग किया जाता है तो पद कहलाता है।
- जैसे- 'परिश्रम' एक शब्द है, जब इस शब्द को वाक्य में प्रयोग कर दें जैसे 'परिश्रम का फल मीठा होता है, तो यह पद कहलाता है।
Additional Informationवर्ण-
- हिंदी भाषा में 'वर्ण' का अर्थ होता है ध्वनि या शब्द। हम जब कुछ उच्चारित करते हैं, तो हमारे मुंह से जो ध्वनि निकलती है, उसे हम 'वर्ण' कहते हैं।
- इसे अंग्रेजी में 'letter' या 'sound' कहा जाता है।
- शब्द 'मकान' में, हम तीन वर्ण पाते हैं: म (व्यंजन वर्ण), आ (स्वर वर्ण), न (व्यंजन वर्ण)।
अक्षर-
- एक ही आघात या बल में बोली जाने वाली ध्वनि या ध्वनि समुदाय की इकाई को अक्षर कहा जाता है।
दिए गए वाक्य में रेखांकित भाग किस प्रकार का क्रिया विशेषण है ज्ञात कीजिए।
दादी कल उपहार लाएँगी।
Answer (Detailed Solution Below)
व्याकरण Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDFइसका सही उत्तर विकल्प 4 ‘कालवाचक विशेषण’ होगा। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।
Key Points
- वे क्रियाविशेषण शब्द जो हमें क्रिया के होने वाले समय का बोध कराते हैं, वह शब्द कालवाचक क्रियाविशेषण कहलाते हैं। जैसे
- ”आज बरसात होगी। - ऊपर दिए गए उदाहरण में कल शब्द जो है वह दादी के उपहार लाने की क्रिया के होने के समय के बारे में बोध करा रहा है।
Additional Information
विशेषण जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम शब्दों की विशेषता बताते हैं। उन्हें विशेषण कहा जाता है। विशेषण के मुख्यतः आठ भेद हैं – |
||
विशेषण |
परिभाषा |
उदाहरण |
गुणवाचक विशेषण |
वे शब्द जो संज्ञा या सर्वनाम के गुण, धर्म, स्वाभाव आदि का बोध कराये। |
बलशाली, पुराण, नया, तीक्ष्ण, कमजोर, मोटा, दुर्बल, पठारी आदि। |
संख्यावाचक विशेषण |
ऐसे शब्द जो संज्ञा या सर्वनाम की संख्या का बोध कराते हैं। |
दो, तीनों, चार गुना, प्रत्येक आदि। |
परिमाणवाचक विशेषण |
ऐसे शब्द जो संज्ञा या सर्वनाम की मात्रा का बोध कराते हैं। |
चार किलो, एक मीटर, दो लीटर, थोड़ा, बहुत आदि। |
सार्वनामिक विशेषण |
वे सर्वनाम शब्द जो संज्ञा से पहले आयें और विशेषण की तरह उस संज्ञा शब्द की विशेषता बताएं। |
यह लड़की वही है जिसने मेरा पेन लिया था। |
व्यक्तिवाचक विशेषण |
ऐसे शब्द जो संज्ञा के भेद व्यक्तिवाचक संज्ञा से बने होते हैं एवं विशेषण शब्दों की रचना करते हैं। |
मुझे भारतीय खाना बहुत पसंद है। |
प्रश्नवाचक विशेषण |
ऐसे शब्द जिनका संज्ञा या सर्वनाम में जानने के लिए प्रयोग होता है। |
यह व्यक्ति कौन है? |
तुलनाबोधक विशेषण |
जब वस्तुओं के गुण - दोष की तुलना आपस में की जाये। |
वह राधा से भी ज्यादा सुरीला गाती है। |
सम्बन्धवाचक विशेषण |
विशेषण शब्दों का प्रयोग करके किसी एक वस्तु या व्यक्ति का सम्बन्ध दूसरी वस्तु या व्यक्ति के साथ दर्शाया जाये। |
घर की बाहरी दीवार ख़राब हो रही है। |
Answer (Detailed Solution Below)
व्याकरण Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDFउपरोक्त विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 4 'महत्तम' है। अन्य विकल्प अनुचित उत्तर हैं।
Key Points
तुलनाबोधक विशेषण की तीन अवस्थाएं होती हैं :
- मूलावस्था
- उत्तरावस्था
- उत्तमावस्था
उदाहरण -
Additional Information
विशेषण की परिभाषा - विशेषण वे शब्द होते हैं जो संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताते हैं। ये शब्द वाक्य में संज्ञा के साथ लगकर संज्ञा की विशेषता बताते हैं। |
|
तुलना बोधक विशेषण |
जिन शब्दों से दो वस्तुओं की परस्पर तुलना की जाती है वे शब्द तुलनाबोधक विशेषण कहलाते हैं। |
निम्न अनुच्छेद का संक्षेपण कीजिए-
"दूसरों को उपदेश देने वाले दुनिया में बहुत हैं। परन्तु ऐसे लोग कम हैं जो स्वयं को उपदेश देते हैं और स्वयं को सुधारते है। अधिकांश व्यक्ति स्वयं बुराइयों से घिरे रहते है लेकिन औरों को ठीक रहने की सलाह देते है। ऐसे लोगों का जीवन छल-कपट से परिपूर्ण होता है।
Answer (Detailed Solution Below)
व्याकरण Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 2 ‘पर उपदेश कुशल बहुतेरे’ है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं।
Key Points
- दिए गए अनुच्छेद का संक्षेपण है - पर उपदेश कुशल बहुतेरे।
- अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
अन्य विकल्प:
- सब दिन रहत न एक समान अर्थ हर दिन एक से नहीं होते।
- साँच को आँच नहीं अर्थ सच्चे को डरने की आवश्यकता नहीं होती।
Additional Information
- संक्षेपण वह कला है जिसके द्वारा किसी वक्तव्य को, किसी विषय को कम-से-कम शब्दों में प्रस्तुत किया जाए तो भी स्वयं में पूर्ण हो।
- उसमें मूल का न कोई अंश छूटता है और न ही उसके अनिवार्य आशय के समझने में कोई न्यूनता आती है।
दिए गए वाक्य में रेखांकित भाग किस प्रकार का पुरूष है ज्ञात कीजिए।
मोहन बहुत खाना खाता है।
Answer (Detailed Solution Below)
व्याकरण Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों में से विकल्प 4 अन्य सही उत्तर है । अन्य विकल्प असंगत है। मोहन बहुत खाना खाता है।, में अन्य पुरूष होगा।
Key Points
- जिस सर्वनाम शब्दों के प्रयोग से वक्ता और श्रोता का संबंध ना होकर किसी अन्य का संबोधन प्रतीत हो। वे वाक्य अन्य पुरूष के अंतर्गत आते हैं।
अन्य पुरूष |
जिस सर्वनाम शब्दों के प्रयोग से वक्ता और श्रोता का संबंध ना होकर किसी अन्य का संबोधन प्रतीत हो। वह शब्द अन्य पुरुष कहलाता है जैसे – वह,यह,उन, उनको,उनसे,इन्हें, उन्हे,उसके,इसने आदि। |
अन्य विकल्प-
संज्ञा |
परिभाषा |
उदाहरण |
मध्यम पुरूष |
श्रोता ‘ संवाद ‘ करते समय जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग करता है उन्हें मध्यम पुरुष कहते हैं – |
जैसे – तू , तुम , तुमको , तुझे , आप , आपको , आपके आदि। |
उत्तम पुरूष |
वक्ता जिन शब्दों का प्रयोग अपने स्वयं के लिए करता है , उन्हें उत्तम पुरुष कहते हैं। |
जैसे – मैं , हम , मुझे , मैंने , हमें , मेरा , मुझको , आदि। |
प्रथम पुरूष |
मैं और तुम को छोड़कर जितनी भी नामपद संज्ञा है , वह सभी प्रथम पुरुष में आती है । |
जैसे- वह, वे दोनों, वे सब। आदि। |
Additional Information
सर्वनाम |
वह शब्द जो संज्ञा के बदले में आए उसे सर्वनाम कहते हैं। जैसे – ‘ मैं ‘, ‘ तुम ‘, ‘ हम ‘, ‘ वह ‘, ‘ आप ‘, ‘ उसका ‘ , ‘ उसकी, ‘ वह ‘ आदि। |
निम्नलिखित में से वाक्य के प्रकार का चयन कीजिए -
वह इसीलिए बाजार गया क्योंकि उसे फल खरीदने थे |
Answer (Detailed Solution Below)
व्याकरण Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 1 'मिश्र वाक्य’ है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं।
- 'वह इसीलिए बाजार गया क्योंकि उसे फल खरीदने थे |' यह वाक्य मिश्र वाक्य का उदाहरण है।
- मिश्र वाक्योँ की रचना एक से अधिक ऐसे साधारण वाक्योँ से होती है, जिनमेँ एक प्रधान वाक्य होता है एवं दूसरा वाक्य आश्रित होता है।
- मिश्र वाक्य में प्रधान वाक्य को आश्रित उपवाक्य से जोड़ने के लिए जो आपस में ‘कि’; ‘जो’; ‘क्योंकि’; ‘जितना’; ‘उतना’; ‘जैसा’; ‘वैसा’; ‘जब’; ‘तब’; ‘जहाँ’; ‘वहाँ’; ‘जिधर’; ‘उधर’; ‘अगर/यदि’; ‘तो’; ‘यद्यपि’; ‘तथापि’; आदि का प्रयोग किया जाता है।
-
विधिवाचक वाक्य - वह वाक्य जिससे किसी प्रकार की जानकारी प्राप्त होती है, वह विधि या विधानवाचक वाक्य कहलाता है।
-
उदाहरण -भारत एक देश है।
रचना की दृष्टि से वाक्य के तीन भेद है: |
||
सरल वाक्य |
जिस वाक्य में एक क्रिया होती है और एक कर्ता होता है, उसे सरल वाक्य कहते हैं। |
राजू पानी लाया। |
मिश्र वाक्य |
जिस वाक्य में एक साधारण वाक्य के अतिरिक्त उसके अधीन कोई दूसरा उपवाक्य हो, उसे मिश्र वाक्य कहते हैं। |
राम उस मकान में रहता है जहां पहले कभी श्याम रहता था।
|
संयुक्त वाक्य |
जिस वाक्य में साधारण अथवा मिश्र वाक्यों का मेल संयोजक अवयवों द्वारा होता है, उसे संयुक्त वाक्य कहते हैं। |
दान करना अच्छी चीज है, दान लेना एक मजबूरी। |
छत्तीसगढ़ी 'माड़ी' शब्द का अर्थ है:
Answer (Detailed Solution Below)
व्याकरण Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 4 'घुटना’ है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं।
Key Points
- छत्तीसगढ़ी 'माड़ी' शब्द का अर्थ है - घुटना।
- घुटना - जांघ और तंग के बीच का जोड़ घुटना होता है।
- अन्य विकल्प गलत हैं।
Additional Information
- दो या दो से अधिक वर्णो से बने ऐसे समूह को 'शब्द' कहते है जिसका कोई न कोई अर्थ निकलता हो।
- वर्णों या ध्वनियों के सार्थक वर्ण-समुदाय को 'शब्द' कहते है।
- किसी शब्द से जिस भाव की प्रतीति होती है, वही उस शब्द का अर्थ है।
- किसी शब्द को बोलते ही श्रोता के दिमाग में एक भाव या चित्र उभर आता है, यह भाव या चित्र ही उस शब्द का अर्थ है।