Bihar Sakshamta Pariksha Hindi Questions Solved Problems with Detailed Solutions [Free PDF]
Last updated on Jun 23, 2025
Important Bihar Sakshamta Pariksha Hindi Questions
Bihar Sakshamta Pariksha Hindi Questions Question 1:
दिए गए विकल्पों में कौन - सा शब्द योगरूढ़ शब्द है?
Answer (Detailed Solution Below)
Bihar Sakshamta Pariksha Hindi Questions Question 1 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 2 'पंकज’ है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं।
Key Points
- जो शब्द अन्य शब्दों के योग से बनते हो, परन्तु एक विशेष अर्थ के लिए प्रसिद्ध होते है, उन्हें योगरूढ़ शब्द कहते है।
- इसलिए दिए गए विकल्पों में से 'पंकज' शब्द योगरूढ़ शब्द होगा।
- 'पंक +ज' (पंक अर्थात कीचड़)अर्थ है कीचड़ से (में) उत्पत्र; पर इससे केवल 'कमल' का अर्थ लिया जायेगा, अतः 'पंकज 'योगरूढ़ शब्द' है।
अन्य विकल्प:
- डाकघर - डाक +घर
- विद्यालय - विद्या +आलय
- घुड़सवार - घुड़-सवार
- उपरोक्त दिए गए प्रत्येक शब्द के दो खण्ड है और दोनों खण्ड सार्थक है, अत: ये यौगिक शब्द हैं।
Additional Information
- वर्णो के योग से शब्दों की रचना होती है। रचना या बनावट के आधार पर शब्दों को निम्नलिखित तीन वर्गों में बाँटा गया है :
- इसके तीन भेद हैं -
- रूढ़ शब्द
- यौगिक शब्द
- योगरूढ़ शब्द
Bihar Sakshamta Pariksha Hindi Questions Question 2:
निम्नलिखित में उच्चारण स्थान की दृष्टि से असंगत युग्म है:-
Answer (Detailed Solution Below)
Bihar Sakshamta Pariksha Hindi Questions Question 2 Detailed Solution
दिये गए विकल्पों सही उत्तर मूर्धन्य - च, छ, ज हैं ।
Key Points
- मूर्धन्य व्यंजन: मूर्धन्य व्यंजन ऐसे किरीट व्यंजन (यानि जिह्वा के लचीले के सामने के हिस्से से उच्चारित) होते हैं जो जिह्वा द्वारा वर्त्स्य कटक और कठोर तालू के बीच उच्चारित होते हैं।
- मूर्धन्य - इनमें "ट", "ठ", "ड", "ढ", "र", "ड़" और "ण" शामिल हैं। ‘क’ वर्ग का उच्चारण कंठ्य से होता है। यही कारण है कि इसे कंठ्य ध्वनि कहते हैं।
- इसमें ‘क’, ‘ख’, ‘ग’, ‘घ’, ‘ड़ वर्ण शामिल हैं।
- औष्ठ्य ध्वनियाँ:- वो ध्वनियाँ हैं जो दोनों होंठों के मिलने पर उच्चारित होती हैं। जैसे कि "प", "फ", "ब", "ॿ" "भ" और "म"।
Additional Information
- व्यंजन: जिनका उच्चारण स्वर की सहायता से किया जाता है वे व्यंजन वर्ण कहलाते हैं। जैसे - क, ख, ग, घ आदि।
- स्पर्श व्यंजन- च, छ, ज, ट, ठ आदि।
- ऊष्म व्यंजन- श, ष, स, ह आदि।
- अंतःस्थ व्यंजन- य, र, ल, व आदि।
- संयुक्त व्यंजन- क्ष, त्र, ज्ञ आदि।
- आगत व्यंजन- ज़, फ़ आदि।
- अनुनासिक- ङ, ञ, ण, न, म
Bihar Sakshamta Pariksha Hindi Questions Question 3:
दिए गए शब्द की संधि विच्छेद ज्ञात कीजिए।
निराहार
Answer (Detailed Solution Below)
Bihar Sakshamta Pariksha Hindi Questions Question 3 Detailed Solution
निराहार =निः + आहार।
Key Points
- विसर्ग संधि
- विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन मेल से जो विकार होता है उसे विसर्ग संधि कहते है।
- उदाहरण -
- निः + तार निस्तार
- दु: + चरित्र दुश्चरित्र
- निः + छल निश्छल
- धनु: + टंकार धनुष्टंकार
- निः + ठुर निष्ठुर
Additional Information
- दो या अधिक वर्णों के पास-पास आने के परिणामस्वरूप जो विकार उत्पन्न होता है उसे सन्धि कहते हैं.
- मुख्य रूप से संधि के तीन प्रकार होते है- स्वर संधि, व्यंजन संधि और विसर्ग संधि।
- स्वर संधि
- स्वर के साथ स्वर के योग से होने वाले विकार को स्वर संधि कहते हैं. हिंदी में अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ कुल ग्यारह स्वर होते हैं. स्वरों के पास-पास आने से होने वाला विकार पाँच तरह से हो सकता है. इसी आधार पर स्वर संधि के पाँच भेद होते हैं.
- स्वर संधि के भेद –
- मुख्य रूप से स्वर संधि के पाँच भेद होते है- दीर्घ संधि, गुण संधि, यण संधि, वृद्धि संधि और अयादि संधि।
- उदाहरण -
- राम + अयन रामायण
- धर्म + अर्थ धर्मार्थ
- नील + अंचल नीलांचल
- ऊह + अपोह ऊहापोह
- शश + अंक शशांक
- व्यंजन संधि
- किसी व्यंजन वर्ण के साथ व्यंजन वर्ण या स्वर वर्ण का मेल होने के परिणामस्वरूप होने वाले विकार को व्यंजन संधि कहते हैं.
- उदाहरण -
- सन्नारी = सत् + नारी
- अलंकार = अलम् + कार
- दिग्दर्शन = दिक् + दर्शन
- सदाचार = सत् + आचार
- वागीश्वरी = वाक् + ईश्वरी
- जगदीश = जगत् + ईश
Bihar Sakshamta Pariksha Hindi Questions Question 4:
निम्नलिखित में से कौन-सा एक शब्द 'इषु' का पर्यायवाची नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
Bihar Sakshamta Pariksha Hindi Questions Question 4 Detailed Solution
विशिख, आशुग दोनों 'इषु' के पर्यायवाची शब्द है। अतः गिरि शब्द इषु शब्द का पर्यायवाची नही है।
Key Points
- शिलीमुख, विशिख, आशुग तीनो 'इषु' के पर्यायवाची है।
- अतः गिरि 'इषु' का पर्यायवाची नहीं है।
- 'इषु' के अन्य पर्यायवाची शब्द :-
- तीर, बाण, आशुग, नाराच, विशिख, शर, शायक, शिलीमुख।
Additional Information
- जो शब्द समान अर्थ के कारण किसी दूसरे शब्द की जगह ले लेते हैं उन्हें पर्यायवाची शब्द कहते हैं या समान अर्थ प्रदान करने वाले शब्द पर्यायवाची शब्द अथवा समानार्थक शब्द कहलाते हैं। सामान्य अर्थ में ऐसे शब्द जिनके अर्थ समान हों, पर्यायवाची शब्द कहलाते हैं।
- गिरि के पर्यायवाची शब्द-
- भूधर, महीधर, शैल, नगपति, शिखर, अद्री, तुंग, धरणीधर, पर्वत, पहाड़, अचल, नग।